Heart attack early symptoms & signs: फेमस सिंगर कृष्णकुमार कुन्नथ जिन्हें केके के नाम से जाना जाता है, उनका निधन 31 मई 2022 को कोलकाता में हुआ था. रिपोर्ट में बताया गया था कि उनकी बाईं मुख्य कोरोनरी धमनी के साथ अन्य धमनियों-उप-धमनियों में रुकावटें आ गई थीं. इसके कारण लाइव शो में उनका ब्लड फ्लो रुका और उनकी ह्रदय गति रुक गई थी. पोस्टमॉर्टम के बाद डॉक्टर्स ने बताया था कि केके की मौत मायोकार्डियल इंफार्क्शन यानी दिल का दौरा पड़ने के कारण हुई थी.
आजकल के दौर की व्यस्त जीवनशैली की वजह से अनियमित खानपान, जंक फूड का सेवन, धूम्रपान और शराब जैसी आदतें युवाओं में दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ा रही हैं. दिल का दौरा पड़ने से पहले शरीर कुछ चेतावनी संकेत देता है, जिसे अनदेखा नहीं करना चाहिए.
मायोकार्डियल इंफार्क्शन यानी दिल का दौरा क्या है?
मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन को आमतौर पर हार्ट अटैक के रूप में जाना जाता है जो तब होता है जब हृदय की मांसपेशियों के एक हिस्से को पर्याप्त रक्त नहीं मिलता. अमेरिका स्थित सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार, दिल का दौरा गंभीर ऐंठन या कोरोनरी धमनी के अचानक सिकुड़ने के कारण हो सकता है जो हृदय की मांसपेशियों में रक्त के प्रवाह रोक सकता है. इससे हार्ट अटैक आ जाता है. हार्ट अटैक से बचने के लिए उसके संकेतों को जानना जरूरी है. तो आइए अब हार्ट अटैक आने से पहले शरीर क्या संकेत देता है, यह भी जान लीजिए.
लोगों में अलग-अलग हो सकते हैं हार्ट अटैक के लक्षण
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, हृदय रोग दुनिया भर में मौत का प्रमुख कारण है. हृदय रोग हर साल 1.79 करोड़ लोगों की जान लेता है जो कोई छोटा आंकड़ा नहीं है. हृदय रोगों के सामान्य जोखिम कारक अनहेल्दी डाइट, कम फिजिकल एक्टिविटी शराब का अत्यधिक सेवन, हाई ब्लड प्रेशर, बढ़ा हुआ ब्लड शुगर, अधिक वजन और मोटापा है.
दिल का दौरा पड़ने के सामान्य लक्षणों में सीने में दर्द, बेचैनी या सीने में जकड़न, सांस लेने में तकलीफ, गर्दन, पीठ, बांह या कंधे में दर्द, जी मिचलाना, सिर घूमना या चक्कर आना, थकान, सीने में जलन/अपच का अहसास, जबड़े, गर्दन या पीठ में दर्द या बेचैनी, उम्र या फैमिली हिस्ट्री, ठंडा पसीना आना शामिल हैं.
इन लोगों को हार्ट अटैक का अधिक खतरा
एक्सपर्ट बताते हैं कि जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर, अनहेल्दी ब्लड कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज और मोटापे से पीड़ित हैं उन लोगों को हार्ट अटैक का खतरा अधिक हो सकता है. एक्सपर्ट बताते हैं कि हार्ट अटैक से बचने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल रखें, वजन कंट्रोल रखें, कोलेस्ट्रॉल मेंटेन रखें. योग और कुछ कार्डियो एक्टिविटी भी एक्सपर्ट की सलाह लेकर करें. उम्र या फैमिली हिस्ट्री जैसे कारकों को बदला नहीं जा सकता है, लेकिन बाकी फैक्टर्स को कंट्रोल करके मरीज की जान बचाई जा सकती है.