भारतीय संस्कृति में हर त्योहार पर मिठाइयों का काफी महत्व होता है. किसी भी त्योहार के लिए तैयारियां घर पर काफी पहले से शुरू हो जाती हैं और घरों में मिठाई और पकवान बनाने बनने लगते हैं. लेकिन कुछ घरों में अधिक काम के कारण या फिर समय न मिल पाने के कारण घर पर मिठाई बनाने की जगह मार्केट से मिठाई लाई जाती है. वहीं, त्योहार के कारण मिठाई की डिमांड काफी अधिक बढ़ जाती है. आपने देखा भी होगा कि त्योहारों के दौरान फूड एंड ड्रग डिपार्टमेंट अलर्ट पर रहते हैं और मॉनिटरिंग करते रहते हैं कि कहीं कोई मिलावट वाली मिठाई तो नहीं बना रहा है.
मिठाई की अधिक डिमांड होने के कारण कई बार आपको भी खराब या मिलावटी मिठाई मिल सकती है, जिससे फूड पॉइजिनिंग होने का खतरा बना रहता है. अगर आप भी मिठाई बाजार से लेने का प्लान बना रहे हैं, तो कुछ बातों का खास ख्याल रखें, जिससे आप अपने लिए अच्छी मिठाई खरीद पाएंगे.
1.पहचान वाले के यहां से खरीदें मिठाई
मिठाई हमेशा किसी पहचान वाली दुकान से ही लेनी चाहिए. जिस दुकान से आप काफी लंबे समय से मिठाई ले रहे हों, उसकी विश्वसनियता नए दुकानदार से अधिक रहती है. इसलिए त्योहार के सीजन में हमेशा मिठाई खरीदने के लिए किसी पहचान वाले या ऐसी मिठाई की दुकान से खरीदें, जिस पर आप विश्वास कर सकें.
2. मिठाई बनने की तारीख पूछें
कुछ मिठाई की दुकानों पर मिठाई बनने की तारीख लिखी होती है, तो कुछ पर नहीं लिखी होती. हो सकता है कि आज जो मिठाई खरीद रहे हों, वह काफी दिन पुरानी हो. क्योंकि मावा से बनी मिठाई का उपयोग 3-4 दिन से अधिक नहीं करना चाहिए. अब ऐसे में अगर आप जो मिठाई खरीद रहे हैं, वह 3-4 दिन से अधिक पुरानी हो, तो उसके उपयोग से बचना चाहिए. इसलिए हमेशा मिठाईवाले से मिठाई बनने की तारीख जरूर पूछें और अगर मिठाई फ्रेश है, तो ही खरीदें.
3. मिठाई को टेस्ट करें
अच्छी मिठाई की पहचान उसके टेस्ट से होती है, क्योंकि स्वाद ऐसी चीज है, जिससे मिठाई की फ्रेशनेस को पहचाना जा सकता है. इसलिए मिठाई की दुकान पर जाकर मिठाई जरूर टेस्ट करें और उसके बाद ही लेने का प्लान बनाएं. मिठाई फ्रेश है या उसमें कुछ मिलावट तो नहीं है, यह बात घर के बूढ़े-बुजुर्ग टेस्ट करके बता सकते हैं, इसलिए मिठाई लेने के लिए उन्हें भी साथ ले जा सकते हैं.
4. मिठाई हाइजेनिक है या नहीं
मिठाई को दुकान में रखते समय हाइजीन को मेंटेन किया है या नहीं या फिर उसे खुले में तो नहीं रखा, जिससे मक्खी-मच्छर उस पर बैठ रहे हों, इन बातों का खास ख्याल रखें. अगर मिठाई खुले में रखी हुई हो और उस पर मक्खी मच्छर बैठे हों, तो ऐसी मिठाई को बिल्कुल न खरीदें. इसका कारण है कि मक्खी-मच्छर बैठने से उन पर बैक्टीरिया आ जाते हैं, जिससे फूड पॉइजिनिंग समेत कई बीमारियां हो सकती हैं.
5. मिठाई में कोई प्रिजर्वेटिव तो नहीं
मिठाई में अगर रंग या प्रिजर्वेटिव डाला जाता है तो वह टेस्ट से समझ आ जाता है. इसलिए पहले ये कन्फर्म करें कि मिठाई की सेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए उसमें प्रिजर्वेटिव तो नहीं डाले गए हैं. अगर टेस्ट के बाद आपको ऐसा लगता है कि मिठाई में कुछ तो मिला हुआ है. तो फिर उस मिठाई को न खरीदें. क्योंकि कई मामलों में प्रिजर्वेटिव्स शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं.