प्लेटलेट्स लेवल का शरीर में मेंटेन रहना बहुत जरूरी है. हालांकि कुछ लोगों को थ्रोम्बोसाइटोपेनिया होता है या डेंगू जैसे बुखार में शरीर की प्लेटलेट्स घट जाती हैं जिसे बढ़ाना बहुत जरूरी है. डॉक्टर्स कहते हैं कि शरीर का प्लेटलेट्स काउंट डेढ़ लाख से साढ़े चार लाख तक होना चाहिए. फोलेट, विटामिन-बी12, विटामिन-सी, विटामिन-डी और विटामिन-के से भरपूर चीजें प्लेटलेट काउंट को बढ़ा सकती हैं. आइए आपको बताते हैं कि प्लेटलेट काउंट को नैचुरली कैसे बढ़ाया जा सकता है और इसमें किन चीजों से परहेज करना जरूरी है.
फोलेट रिच फूड: रक्त कोशिकाओं के लिए फोलेट एक आवश्यक विटामिन-बी है. फोलिक एसिड फोलेट का ही सिंथेटिक रूप है. नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ (NHS) कहता है कि वयस्कों के शरीर को दिन में 400 माइक्रोग्राम फोलेट की जरूरत होती है, जबकि गर्भवती महिलाओं के शरीर को 600 माइक्रोग्राम फोलेट चाहिए. हरी-पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक या ब्रसेल्स स्प्राउट, लोभिया, चावल और खमीर जैसी चीजें शरीर में फोलेट की कमी को पूरा कर सकते हैं.
विटामिन-बी12: शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के बनने के लिए विटामिन-बी12 बहुत जरूरी होता है. इसकी कमी से प्लेटलेट काउंट घट सकता है. NHS के मुताबिक, 14 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को रोजाना 2.4 माइक्रोग्राम, जबकि गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं के शरीर को 2.8 माइक्रोग्राम विटामिन-बी12 चाहिए. बादाम दूध, सोया मिल्क, अंडा, बड़ी सीप, ट्राउट, साल्मन या टूना फिश शरीर में इसकी भरपाई कर सकते हैं. स्टडीज बताती हैं कि डेयरी प्रोडक्ट्स में भी विटामिन-बी12 होता है, लेकिन गाय का दूध प्लेटलेट्स प्रोडक्शन में दिक्कत पैदा कर सकता है.
विटामिन-सी: इम्यून फंक्शन को दुरुस्त रखने में विटामिन-सी की अहम भूमिका होती है. विटामिन-सी प्लेटलेट काउंट बढ़ाने के साथ-साथ शरीर में आयरन को एब्जॉर्ब करने के लिए भी बढ़ावा देता है. इसके लिए आप ब्रोकली, ब्रसेल्स स्प्राउट, खट्टे फल जैसे संतरा या पके हुए फल, शिमला मिर्च या स्ट्रॉबेरी जैसी चीजें खा सकते हैं.
विटामिन-डी: विटामिन-डी हड्डियों के फंक्शन, मांसपेशयों, नर्व्स और इम्यून सिस्टम के लिए बहुत जरूरी माना जाता है. प्लेटलेट्स डिसॉर्डर सपोर्ट एसोसिएशन (PDSA) के मुताबिक, विटामिन-डी अस्थि मज्जा के फंक्शन के लिए भी बहुत जरूरी है जो प्लेटलेट्स और ब्लड सेल्स को प्रोड्यूस करता है. 19-70 साल के लोगों को दिन में रोजाना करीब 15 माइक्रोग्राम विटामिन-डी चाहिए. अगर आप मांसाहारी हैं तो अंडे का पीला भाग, फैटी फिश, साल्मन-टुना फिश, फिश लिवर ऑयल और दूध-दही इसकी कमी को पूरा कर सकते हैं. शाकाहारी लोग अनाज, संतरे का जूस, सोया मिल्क या यॉगर्ट और मशरूम से इसकी भरपाई कर सकते हैं.
विटामिन-के: हड्डियों की मजबूती के लिए विटामिन-के भी बहुत जरूरी होता है. PDSA के सर्वे के मुताबिक, विटामिन-के का सेवन करने वाले 26.98 प्रतिशत लोगों के प्लेटलेट काउंट और ब्लीडिंग से जुड़े लक्षणों में सुधार देखा गया है. शरीर में इसकी कमी को पूरा करने के लिए आप सोयाबीन, पत्तेदार सब्जियां जैसे शलगम, पालक और केल, ब्रोकली या कद्दू जैसी चीजों का सेवन कर सकते हैं.
आयरन: लाल रक्त कोशिकाओं और प्लेटलेट काउंट के लिए आयरन बहुत जरूरी माना जाता है. बच्चों और युवाओं पर हुई एक स्टडी बताती है कि एनीमिया से जूझ रहे लोगों में आयरन प्लेटलेट काउंट को बढ़ा सकता है. शरीर में आयरन की पूर्ति के लिए आप ऑयस्टर्स, अनाज, राजमा, डार्क चॉकलेट, दाल या टोफू जैसी चीजें खा सकते हैं.
ये चीजें खाने से बचें: डॉक्टर्स कहते हैं कि प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने के प्रोसेस में कुछ चीजों से परहेज करना बहुत जरूरी होता है. इसमें एल्कोहल युक्त पदार्थ, आर्टिफिशियल स्वीट ड्रिंक्स, क्रैनबेरी जूस और टॉनिक वाटर या कड़वे नींबू में पाए जाने वाले क्विनाइन तत्व से दूर रहना चाहिए. चूहों पर हुई एक स्टडी के मुताबिक, पपीते के पत्ते भी प्लेटलेट काउंट और रेड ब्लड सेल्स को बढ़ाने का काम करते हैं. लेकिन इंसानों के मामले में इस पर अभी और शोध की आवश्यक्ता है.