भारत अपनी परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है, जहाँ मसाले स्वाद के साथ ही सेहत के लिए भी जरूरी माने जाते हैं. जहां एक ओर मसालों का इस्तेमाल खाने के स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है वहीं दूसरी तरफ,इन मसालों का सेवन करने से आपकी सेहत को कई तरह के फायदे मिलते हैं. हालांकि जैसे -जैसे आपकी उम्र बढ़ती है ये मसाले आपके शरीर के लिए उतने फायदेमंद नहीं रह जाते जितने पहले हुआ करते थे.
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि कुछ मसालों का अधिक सेवन करने से पाचन संबंधी समस्याएं, हार्मोनल असंतुलन और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. से में 30 की उम्र से अधिक उम्र के लोगों को कुछ मसालों का सेवन करने से बचना चाहिए. आइए जानते हैं इन मसालों के बारे में-
लाल मिर्च- ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें मसालेदार खाना काफी पसंद होता है लेकिन इससे आपको एसिडिटी और हार्टबर्न की समस्या का सामना करना पड़ सकता है. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है मेटाबॉलिज्म स्लो होने लगता है और पाचन से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. जरूरी है कि आप स्पाइसी चीजों का सेवन कम से कम करें.
हींग- कई भारतीय व्यंजनों में इस्तेमाल होने वाली हींग पाचन में सहायता करने के लिए जानी जाती है. हालांकि, कुछ लोगों में, यह पेट फूलने और गैस्ट्रिक जलन को बढ़ावा दे सकती है, खासकर अगर इसे अधिक मात्रा में खाया जाए. इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) से ग्रस्त लोगों को इसका सेवन कम ही करना चाहिए.
काली मिर्च- काली मिर्च में कई औषधीय गुण होते हैं, लेकिन इसका अधिक सेवन पेट की परत को परेशान कर सकता है, जिससे एसिड रिफ्लक्स और पाचन संबंधी परेशानी हो सकती है.
गरम मसाला- गरम मसाले को भारतीय घरों में बहुत पसंद किया जाता है, लेकिन इसमें लौंग, काली मिर्च, दालचीनी और जायफल जैसे कई शक्तिशाली मसाले शामिल होते हैं जो डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए हानिकारक हो सकते हैं. इसके अधिक सेवन से शरीर में गर्मी बढ़ सकती है, जिससे असुविधा और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं.