वजन घटाना आजकल लोगों का जुनून बन गया है. कुछ लोग अपनी बॉडी को बीमारियों से दूर रखने के लिए वजन घटाना चाहते हैं, तो बहुत से लोगों के सिर पर फिगर मेंटेन रखने का जुनून है. वजन घटाना एक टाइम टेकिंग प्रॉसेस है, लेकिन लोग इसे टारगेट बनाकर तेजी से घटाना चाहते हैं. तेजी से वजन घटाने के बहुत से तरीके बताए जाते हैं, जो इन दिनों सोशल मीडिया पर जंगल की आग की तरह फैल रहे हैं. उन्हें सभी लोग फॉलो करते हुए अपनी डाइट में बदलाव और बहुत ज्यादा एक्सरसाइज करने लगते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यूं तेजी से वजन घटाना आपके लिए कितना सेहतमंद है? या तेजी से घटाया गया यह वजन कितने दिन तक वैसे ही मेंटेन रहेगा?
आपके इन सभी सवालों के जवाब करीना कपूर खान जैसे सेलेब्स की मशहूर न्यूट्रीशनिस्ट रुजुता दिवेकर ने दिए. रुजुता दिवेकर ने सभी को तेजी से वजन घटाने के बजाय इस तरह से वेट लॉस करने की सलाह दी कि वह लंबे समय तक मेंटेन रहे. उन्होंने अपनी एक वीडियो में सस्टेनेबल वेट लॉस और ओवरऑल हेल्थ को प्राथमिकता देने का महत्व बताया. उन्होंने नंबर्स को ध्यान में रखकर वजन घटाने के चक्कर में शरीर में होने वाली दिक्कतों के बारे में बताया और लॉन्ग टाइम वेलनेस पर ध्यान देने के लिए कहा.
रुजुता ने अपनी पोस्ट में बताया कि लगातार वजन घटाने से शरीर की ठीक से काम करने की क्षमता पर बुरा असर पड़ सकता है. उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह का नजरिया, हेल्थ में सुधार लाने के बजाय, स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है. उन्होंने लोगों को ओवरऑल हेल्थ को प्राथमिकता देने और वजन घटने के स्केल्स पर ध्यान केंद्रित करने से बचने की सलाह दी.
द लैंसेट डायबिटीज एंड एंडोक्रिनोलॉजी में छपी एक हालिया स्टडी में इस बात पर संदेह व्यक्त किया गया है कि बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) हेल्थ और फिटनेस को नापने के लिए कितना सही है. इस मुद्दे पर बात करते हुए, रुजुता ने बताया कि वजन कम करने के लिए लोग स्ट्रिक्ट डाइटिंग और एक्सरसाइज का पालन करते हैं. वह अपने इस रूटीन को फॉलो करते हुए निराश महसूस करते हैं क्योंकि इतना कुछ करने के बाद भी या तो बहुत कम या फिर कोई परिणाम नहीं दिखते हैं. यह अक्सर उन्हें तेजी से वजन घटाने के तरीकों का सहारा लेने के लिए प्रेरित करता है, जो हानिकारक हो सकता है.
रुजुता ने इस बात पर जोर दिया कि बॉडी फैट और ओवरऑल फिटनेस के बीच अंतर को सही मायने में समझने के लिए, तीन फैक्टर्स पर विचार करना बहुत जरूरी है.
साइज:
रुजुता ने बताया कि शरीर का साइज कम हो जाना फैट कम होने का एक सीधा संकेत है. अगर आपका साइज घट रहा है तो यह इस बात को दर्शाता है कि हम अपनी बॉडी से एक्स्ट्रा फैट कम कर रहे हैं.
शेप
उन्होंने बॉडी शेप में बदलाव पर ध्यान देने पर जोर दिया. खासकर कमर के आसपास की शेप में किस तरह का बदलाव आ रहा है यह जरूर देखना चाहिए. अगर आपकी कमर सिकुड़ती है तो इसका मतलब है कि आंत की चर्बी, इंटरनल ऑर्गन्स के आसपास जमा फैट कम हो रहा है, जो हेल्थ के लिए पॉजिटिव साइन है.
कैपेसिटी
रुजुता ने कहा कि अगर आपकी कैपेसिटी बढ़ रही है, तो इसका मतलब साफ है कि आपकी फिटनेस ठीक हो रही है. आप अपनी कैपेसिटी छोटी-छोटी चीजों से चेक कर सकते हैं. अगर आप ज्यादा सीढ़ियां चढ़ पा रहे हैं, बिना किसी परेशानी के बच्चे के साथ ज्यादा समय तक खेल पा रहे हैं या ज्यादा समय तक एक्सरसाइज कर पा रहे हैं, तो आपकी कैपेसिटी बढ़ रही है. ये इस बात का संकेत है कि आपकी ओवरऑल हेल्थ बढ़िया हो रही है.