महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर काफी कॉमन कैंसर है. इसकी शुरुआत तब होती है जब कोशिकाएं जरूरत से ज्यादा बढ़ने लगती हैं और उनसे ट्यूमर बनने लगता है. लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि पुरुष को भी ब्रेस्ट कैंसर हुआ हो...? शायद नहीं. लेकिन यह बात सच है. हाल ही में खबर सामने आई है कि कार्डिफ (यूनाइटेड किंगडम) के रहने वाले एक शख्स माइक रॉसिटर उनमें से एक थे जिन्हें ब्रेस्ट कैंसर हुआ.
जब तक कि उन्हें अपने निपल में गांठ का पता नहीं चला, तब तक उन्हें इस बीमारी के बारे में भी कुछ पता नहीं चला. कुछ समय बाद जब उन्हें पता लगा कि उनके चेस्ट में कुछ अजीब हो रहा है, तब उन्होंने जाकर जांच कराई और उन्हें पता लगा कि उन्हें ब्रेस्ट कैंसर है.
रनिंग के समय हुआ अहसास
अधिक दौड़ने के समय त्वचा और कपड़ों के बीच घर्षण के कारण निपल फट जाते हैं जिसे मेडिकल की भाषा में रेड इलेवन, रावर्स निपल, बिग क्यूएस कहा जाता है. इससे निपल में से खून आने लगता है या घाव विकसित हो जाता है. इसके लिए मैराथन रनर्स वैसलीन लगाते हैं.
माइक रॉसिटर भी 2014 में मैराथन ट्रेनिंग के दौरान निपल पर वैसलीन लगा रहे थे तब उन्होंने निपल के पीछे गांठ को देखा. इसके बाद वह घबराए नहीं बल्कि संयम से काम लेते हुए लोगों से सलाह ली. बायोप्सी के बाद, उन्हें स्तन कैंसर का पता लगा. हालांकि यह उनके लिए सदमे जैसा था लेकिन उनका मानना था कि उन्होंने पहले कभी इसके बारे में नहीं सुना था.
पत्नी ने दिया साथ
माइक का कहना है, 'शुक्र है कि मेरी पत्नी मेरे साथ थी और उसने मुझे तुरंत बता दिया था कि मुझे ब्रेस्ट कैंसर है. सच कहूं तो मुझे इस बात का अंदाजा नहीं था कि पुरुषों को स्तन कैंसर हो सकता है. मुझे पता है कि अभी भी 99 प्रतिशत पुरुषों को नहीं पता कि उन्हें ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है.'
माइक अब ठीक हो चुके हैं और पुरुषों को ब्रेस्ट कैंसर के लिए अवेयर करते हैं. पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर का मुख्य संकेत निपल के पीछे गांठ, उल्टे निपल, छाती पर दाने और बगल के नीचे गांठ शामिल हैं. वह लोगों को किसी भी प्रकार की चिंता होने पर जांच कराने के लिए प्रोत्साहित करते हैं और हिम्मत से काम लेने को कहते हैं.
माइक का कहना है, 'यदि आपके परिवार में किसी को ब्रेस्ट कैंसर था तो इस बात को ध्यान में रखें. आप जितनी जल्दी उसे पकड़े लेंगे, उतना बेहतर होगा. यह सिर्फ स्तन कैंसर के लिए नहीं है, सभी कैंसर के लिए है जैसे प्रोस्टेट, टेस्टिकल्स आदि.