कोरोना महामारी के बाद मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों ने दुनियाभर में हेल्थ एक्सपर्ट्स की चिंताएं बढ़ा दी हैं. समय-समय पर हेल्थ एडवाइजरी जारी की जा रही है, मॉनिटरिंग की जा रही है और टेस्टिंग भी की जा रही है. वहीं लोग भी इन बीमारियों से बचने के लिए सावधानी बरत रहे हैं. हाल ही में एक मामला सामने आया है जो कि दुनिया भर में अनोखा है. इस मामले में एक व्यक्ति कोविड-19, मंकीपॉक्स और एचआईवी से पीड़ित है. यह अनोखा मामला सामने आने के बाद से वैज्ञानिकों ने खोजबीन शुरू कर दी है.
यहां का है मामला
जानकारी के मुताबिक, यह मामला इटली का है. दरअसल, इटली में रहने वाले एक 36 साल के व्यक्ति की कोविड-19, मंकीपॉक्स और एचआईवी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं. जर्नल ऑफ इंफेक्शन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, इस व्यक्ति के नाम का खुलासा तो नहीं किया गया है लेकिन यह बताया गया है कि लक्षण नजर आने से पहले मरीज पांच दिन के लिए बाहर गया था. इटली के इस व्यक्ति का मामला 19 अगस्त को जर्नल ऑफ इंफेक्शन में पब्लिश हुआ था.
नौ दिन बाद दिखे लक्षण
जर्नल ऑफ इंफेक्शन के अनुसार, संक्रमित व्यक्ति को यात्रा से आने के 9 दिन बाद लक्षण नजर आने लगे थे. लक्षणों में उसे बुखार, गले में खराश, थकान, सिरदर्द और कमर के चारों ओर सूजन आने लगी थी. यह लक्षण कोविड-19 के लक्षण जैसे थे. जब उस व्यक्ति ने कोविड टेस्ट कराया तो उसकी रिपोर्ट कोविड-19 के लिए पॉजिटिव आई.
व्यक्ति कोरोना के ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट BA.5.1 से संक्रमित था और उसे फाइजर के एमआरएनए वैक्सीन की दो खुराक के साथ कोरोनावायरस का टीका भी लगाया जा चुका था.
शरीर पर दिखे फफोले और चकत्ते
रिपोर्ट में बताया गया है कि कोविड पॉजिटिव व्यक्ति के चेहरे और अन्य हिस्सों की त्वचा पर चकत्ते उभर आए थे जिन्होंने फफोले का रूप ले लिया था. स्थिति बिगड़ने पर जब व्यक्ति हॉस्पिटिल की इमरजेंसी केयर में गया तो उसे इंफेक्शन डिसीज यूनिट में भेजा गया. वहां पर डॉक्टर्स ने देखा कि उसके शरीर के कई हिस्सों धब्बे और घाव बो रहे हैं. इसके बाद व्यक्ति के कुछ टेस्ट किए गए और उसकी मंकीपॉक्स और एचआईवी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई. व्यक्ति को लगभग एक हफ्ते एडमिट रखने के बाद उसे हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया था.
मंकीपॉक्स और कोविड-19 की रिपोर्ट आई नेगेटिव
यह व्यक्ति COVID-19 और मंकीपॉक्स से ठीक हो गया है और उसके एचआईवी संक्रमण का इलाज शुरू कर दिया गया है. रिसर्चर्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा, "यह मामला इस बात को बताता है कि मंकीपॉक्स और कोविड-19 के लक्षण कैसे ओवरलैप हो सकते हैं? यह पुष्टि करता है कि को-इंफेक्शन के मामले में एनामेनेस्टिक कलेक्शन और सेक्सुअल हैबिट्स सही इलाज करने के लिए कैसे महत्वपूर्ण है. ध्यान दें, मंकीपॉक्स ऑरोफरीन्जियल स्वैब अभी भी 20 दिनों के बाद भी पॉजिटिव रहता है. सुझाव देते हैं कि वह व्यक्ति नेगेटिव होते-होते भी कई दिनों तक संक्रामक हो सकता है. रिसर्चर्स ने कहा कि मंकीपॉक्स, COVID-19 और एचआईवी को-इंफेक्शन का यह पहला मामला है. अभी तक ऐसा कोई सबूत नहीं है कि जो बताएं कि यह तीनों चीजें इंसान की हालकत को और बिगाड़ सकते हैं."