अभी तक सिर्फ महिलाओं के लिए ही मार्केट में गर्भनिरोधक गोलियां मिलती थी लेकिन हाल ही में वैज्ञानिकों ने पुरुषों के लिए भी गर्भनिरोधक गोली बनाई है जो 99 फीसदी तक प्रेग्नेंसी रोकने में सफल बताई जा रही है. चूहों पर इस गोली की टेस्टिंग की गई जिसके बाद उनमें किसी भी तरह के कोई साइड इफेक्स नजर नहीं आए. वैज्ञानिकों ने इस नॉन हार्मोनल ड्रग का नाम YCT529 रखा है. YCT529 को लगभग चार हफ्तों तक चूहों को दिया गया. चार हफ्तों के बाद इस गर्भनिरोधक को रोकने के बाद सभी चूहों के फिर से बच्चे हुए.
चूहों पर शोध के बाद मिनेसोटा विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक अब इस नॉन हार्मोनल ड्रग के ह्यूमन ट्रायल की प्लानिंग कर रहे हैं. इस ड्रग से पुरुषों के शरीर में एक तरह के प्रोटीन को रोका जाता है जिससे शुक्राणुओं को रोका जा सकता है. इससे पहले ब्रिटेन में भी पुरुषों पर गर्भनिरोधक गोलियों का परीक्षण किया गया था, लेकिन इस शोध का नेतृत्व करने वाली प्रोफेसर गुंडा जॉर्ज का कहना है कि यह YCT529 नॉन हार्मोनल ड्रग पुरुषों के लिए काफी ज्यादा इफेक्टिव है.
बता दें कि 1950 से ही वैज्ञानिक पुरुषों के लिए गोलियां, जेल और इंजेक्शन जैसे गर्भनिरोधक तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन अभी तक इनमें से किसी को भी अप्रूवल नहीं मिल पाया.
इसमें सबसे बड़ी बाधा यह है कि महिलाओं के लिए आने वाली गर्भनिरोधक गोलियां ओव्यूलेशन को रोककर काम करती हैं, जो महीने में एक बार होता है. लेकिन लाखों शुक्राणुओं के उत्पादन को रोकने के लिए पुरुषों को इन गर्भनिरोधक का सेवन रोज करना होगा.
क्लिनिकल टेस्टिंग से गुजरने वाली ये गर्भनिरोधक गोलियां पुरुषों के टेस्टेस्ट्रॉन को टारगेट करती हैं. यह गर्भनिरोधक पुरुषों के सेक्स हार्मोन को ब्लॉक करती हैं ताकि हेल्दी स्पर्म सेल्स ना बन सकें. डॉक्टर्स का कहना है कि टेस्टेस्ट्रॉन को ब्लॉक करने वाली इन गर्भनिरोधक का सेवन करने से पुरुषों को वजन बढ़ने, डिप्रेशन और हाई कोलेस्ट्रॉल का सामना करना पड़ता है. वहीं, अगर महिलाओं की गर्भनिरोधक गोलियों की बात की जाए तो इनके सेवन से भी इसी तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
पुरुषों के लिए YCT529 गर्भविरोधक गोली को बनाने में मदद करने वाले अब्दुल्ला अल नोमान ने बताया कि इन सभी साइड इफेक्ट्स को दूर करने के लिए हम पुरुषों के लिए नॉन हार्मोनल गर्भनिरोधक बनाना चाहते थे.
YCT529 रेटिनोइक एसिड रिसेप्टर अल्फा (RAR-a) को टारगेट करता है, यह एक प्रोटीन होता है जो शुक्राणु निर्माण सहित कोशिकाओं के विकास में अहम भूमिका निभाता है. शोधकर्ताओं ने बताया, जब चूहों को यह गर्भनिरोधक गोली दी गई तो उनके स्पर्म काउंट में कमी देखी गई. साथ ही यह गर्भनिरोधक गोली 99 फीसदी प्रेग्नेंसी रोकने में सफल है और इसके कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं हैं. रिसर्चर्स का कहना है कि YCT529 का ह्यूमन ट्रायल साल 2022 के बीच में किया जाएगा.