कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियां आजकल के समय में काफी आम हो चुकी हैं. कैंसर शरीर के किसी भी अंग में हो सकता है . ऐसे में आज हम आपको एसोफेगस कैंसर के बारे में बताने जा रहे हैं. एसोफेगस को ग्रसिका/ ग्रासनाल और फूड पाइप भी कहा जाता है. एसोफेगस हमारे मुंह को पेट से जोड़ने वाली पाइप होती है. इस कैंसर से बचने के लिए जरूरी है कि समय पर इसका पता चले ताकि इस खतरनाक बीमारी से निपटा जा सके. एक्सपर्ट के मुताबिक, एसोफेगस कैंसर के कुछ शुरुआती लक्षणों पर ध्यान देने से इस खतरनाक बीमारी से बचा जा सकता है. जिन लोगों सीने में जलन की समस्या का सामना करना पड़ता है, उनकी यह समस्या कैंसर का कारण बन सकती है.
हो सकती हैं ये समस्याएं
एसोफेगस कैंसर से पीड़ित लोगों को अक्सर सलाइवा निगलने में दिक्कत, एसोफेगस पाइप में एसिड का वापस आना और सीने में जलन की समस्या का सामना करना पड़ता है.
अगर आपको सीने में जलन की समस्या का लगातार सामना करना पड़ता है तो इसे गैस्ट्रो एसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GORD) कहा जाता है. इसमें पेट में बनने वाले एसिड एसोफेगस पाइप के जरिए गले में आ जाते हैं. यह तब होता है जब एसोफेगस के नीच बनी मसल्स डैमेज और कमजोर हो जाती हैं.
मसल्स के डैमेज होने से एसोफेगस कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है. ये डैमेज सेल्स एक हार्ड ट्यूमर के रूप में बदल जाते हैं जिससे और भी कई तरह की पेट से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
क्या कहती है रिसर्च
कैंसर रिसर्च यूके के मुताबिक, अगर एसोफेगस कैंसर के शुरूआती लक्षणों का पता लगा लिया जाए तो बचने की संभावना 4 गुना बढ़ सकती है. इसके साथ ही सीने में जलन की समस्या का सामना कर रहे लोगों को भी अपनी स्थिति पर नजर रखने की जरूरत होती है. साथ ही यह भी देखना जरूरी है कि इसके अलावा उन्हें निगलने में दिक्कत या चेस्ट पेन तो नहीं हो रहा?
लगातार सीने में जलन होने के कारण
NHS के मुताबिक, कई कारणों के चलते सीने में जलन का सामना करना पड़ सकता है जैसे-
- कुछ खास फूड या ड्रिंक जैसे कॉफी, टमाटर, चॉकलेट, स्पाइसी फूड
- वजन ज्यादा होना
- स्मोकिंग
- प्रेग्नेंसी
- स्ट्रेस और एंग्जाइटी
- कुछ खास दवाईयां
एसोफेगस कैंसर के लक्षण
- सलाइवा निगलने में दिक्कत
- बीमार महसूस करना
- सीने में जलन और एसिड का एसोफेगस में वापस आना
- बहुत ज्यादा डकार आना
- कफ का लंबे सम तक ठीक ना होना.
- आवाज का बदलना
- भूख कम लगना और बिना वजह के वजन कम होना.
- गले में दर्द और छाती के बीच में दर्द होना खातौर पर कुछ निगलते समय.
किन लोगों को होता है ऐसोफेगस कैंसर का ज्यादा खतरा
एसोफेगस कैंसर किसी को भी हो सकता है. लेकिन कुछ लोगों में इस कैंसर की होने की संभावना ज्यादा होती है जैसे-
- 75 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में इस कैंसर के होने के संभावना ज्यादा होती है.
- यह कैंसर अधिकतर पुरुषों को होता है.
- कई लोग जो किसी लंबी बीमारी से पीड़ित होते हैं उनमें भी ये कैंसर होने की संभावना ज्यादा रहती है.
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