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Vaccine benefits : कोरोना वायरस के अलावा इन बीमारियों से भी बचा रही है COVID-19 वैक्सीन

एक्सपर्ट के मुताबिक, वायरस से बचने का सबसे अच्छा तरीका COVID-19 वैक्सीन लेना ही है. वैक्सीन से कोविड-19 के विभिन्न वैरिएंट से तो बचा जा सकता है, साथ ही साथ यह कुछ अन्य बीमारियों से भी बचा सकती है. वे कौन सी बीमारियां हैं, इस बारे में आर्टिकल में जानेंगे.

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(Image Credit : Pexels)
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स्टोरी हाइलाइट्स
  • भारत में टीकाकरण तेजी से चल रहा है
  • COVID-19 वैक्सीन, वायरस से बचने का सबसे अच्छा तरीका है
  • 12 से14 साल के बच्चों को मार्च 2022 से लगेंगी वैक्सीन

भारत में कोविड-19 के मामलों (Covid-19 cases) की संख्या तेजी से बढ़ रही है. कोरोना के डेल्टा वैरिएंट (Delta variant) के साथ ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron variant) भी लगातार बढ़ता जा रहा है. अगर पिछले 24 घंटों की बात करें तो देश में कोरोना केस 2.58 लाख से अधिक मामले सामने आए और वहीं ओमिक्रॉन के भी 8 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. 

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कोरोना की पिछली 2 लहरों की अपेक्षा अभी वाले मरीजों में कुछ हल्के लक्षण देखे जा रहे हैं. इस वायरस से संक्रमित अधिकांश लोगों में गले में खराश, कर्कश आवाज, सर्दी, खांसी, नाक बहना, सिरदर्द, बदन दर्द, थकान जैसे लक्षण ही पाए जा रहे हैं. जिनका आसानी से इलाज किया जा रहा है और हॉस्पिटल में भर्ती होने का जोखिम पिछली बार से 50-70 प्रतिशत तक कम है. 

एक्सपर्ट के मुताबिक, वायरस से बचने का सबसे अच्छा इलाज वैक्सीन ही है. वैक्सीन से कोविड-19 के विभिन्न वैरिएंट से तो बचा जा सकता है, लेकिन इसके साथ-साथ वह कुछ अन्य बीमारियों में भी लड़ने में मदद कर सकती है. यानी कि वैक्सीन लगवाने से कोविड-19 से तो सुरक्षा मिलेगी ही, साथ ही साथ कुछ अन्य बीमारियों से भी सुरक्षा मिलेगी.

एंटीबॉडी के साथ क्रॉस-रिएक्शन

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(Image Credit : Pixabay)

सामान्य खांसी, जुकाम, सर्दी या फ्लू जैसे लक्षण दिखने का मतलब यह नहीं है कि आप कोरोना या ओमिक्रॉन के शिकार हो गए हैं. दरअसल, इन्फ्लूएंजा फ्लू के लक्षण भी कोरोना के कुछ लक्षणों से मिलते जुलते हैं. जैसे सूखी खांसी, गीली खांसी, निमोनिया, बुखार और बदनदर्द आदि.

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के मॉलिक्यूलर बायोलॉजी यूनिट विभाग के प्रमुख, प्रोफेसर सुनीत कुमार सिंह (Professor Sunit Kumar Singh) के मुताबिक, खांसी, सर्दी या फ्लू जैसे लक्षण सिर्फ इन्फ्लूएंजा फ्लू वायरस के कारण ही नहीं आते, बल्कि इसके लिए 2 प्रकार के अल्फा कोरोनावायरस NL-63, 229-e और बीटा कोरोनावायरस की दो प्रजातियां OC-43 (OC-43) और HKU-1 भी इन लक्षणों की जिम्मेदार होती हैं, जो कि काफी पहले से ही काफी आबादी को संक्रमित कर रही हैं.

जिन लोगों ने वैक्सीन ली है उन लोगों के लिए वैक्सीन से बनी एंटीबॉडी, सामान्य एंटीबॉडी के साथ क्रॉस-रिएक्शन करते हैं, जो सर्दी जैसे विभिन्न लक्षणों के लिए जिम्मेदार वायरस को भी रोकने में मदद कर सकते हैं. 

डॉ सुनीत ने आगे कहा, अल्फा कोरोनावायरस की तुलना में ओमिक्रॉन वैरिएंट तेजी से फैल रहा है. ओमिक्रॉन वैरिएंट में भी लोगों को इन्फ्लूएंजा फ्लू के कारण होने वाले सामान्य लक्षण जो सर्दी के समान लक्षणों जैसे ही होते हैं, उनका अनुभव हो रहा है. लेकिन ये लक्षण ओमिक्रॉन वैरिएंट के भी हो सकते हैं. इसलिए अगर आप ऐसे लक्षण महसूस करते हैं, तो तुरंत खद को क्वारंटाइन करें और कोविड टेस्ट कराएं. अगर टेस्ट पॉजिटिव है तो डॉक्टर से संपर्क करें और अगर पॉजिटिव नहीं है, तो भी लक्षणों के आधार पर एक्सपर्ट से सलाह लें. 

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मानसिक स्वास्थ्य में दिखा फायदा

(Image Credit : Pixabay)

कुछ समय पहले यूनिवर्सिटी ऑफ साउदर्न यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने अपनी रिसर्च में पाया था कि वैक्सीन कोरोना वायरस से तो सुरक्षा प्रदान करती ही है, लेकिन साथ ही साथ यह मानसिक स्वास्थ्य को भी फायदा पहुंचा सकती है.

इस रिसर्च में 8 हजार लोग शामिल हुए थे, जिन्हें वैक्सीन का पहला डोज लग चुका था. उनके मुताबिक, वैक्सीनेशन से हर्ड इम्यूनिटी डेवलप होने से लोगों में चिंता, डिप्रेशन, तनाव कम करने में काफी योगदान मिला था. यानी कि वैक्सीन मानसिक सेहत पर भी काफी अच्छा प्रभाव दिखा रही है.

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