जिस तरह आज हमें हर दूसरे घर में देसी से लेकर विदेशी ब्रीड का कुत्ता दिख रहा है, इस बात की पुष्टि स्वतः ही हो जाती है कि लोगों में डॉग लव की प्रवृति बढ़ी है. औरों की देखा देखी लोग धड़ल्ले से कुत्ते पाल रहे हैं और एक भरा पूरा बाजार है जो इसके परिणामस्वरूप तैयार हुआ है. ऐसे में हमारे लिए भी जरूरी हो जाता है कि हम इस मार्केट को समझें. साथ ही इस बात का भी अवलोकन करें कि हमारे प्यारे टॉमी, टफी या प्लूटो के लिए बाजार में क्या क्या उपलब्ध है.
ध्यान रहे कुत्तों से जुड़ा बाजार हल्का फुल्का नहीं है. चाहे वो अलग-अलग ब्रीड्स के कुत्तों को खरीदना और बेचना हो या फिर उनसे जुड़े प्रोडक्ट्स. कुत्तों से जुड़ा बाजार करोड़ों का है. शायद आपको ये जानकार हैरत हो कि भारत में पेट केयर बाजार का आकार 2021 में 7,400 करोड़ रुपये था. उम्मीद जताई जा रही है कि 2032 तक ये 21,000 करोड़ रुपये का बाजार बन जाएगा.
जिस तरह लोगों की बदौलत कुत्ते, ट्रेंड में आए हैं. इतना तो साफ़ है कि आज के समय में कुत्ता पलना आसान नहीं है. यदि आप पालने के लिए कुत्ते को घर ला रहे हैं तो जहां एक तरफ आपको उसकी पूरी केयर करनी होगी. तो वहीं दूसरी तरफ इसके लिए आपको मोटा पैसा भी खर्च करना होगा.
बताते चलें कि एक ठीक-ठाक ब्रीड के कुत्ते के लिए अगर आप बाजार का रुख करेंगे तो इसके लिए आपको कम से कम पंद्रह हजार रुपए अपनी जेब से ढीले करने होंगे.
जैसा कि हम आपको ऊपर ही इस बात से अवगत करा चुके हैं कि, डॉग लवर्स का डॉग लव ही इस बाजार के बनने का एक बड़ा कारण है. इसलिए जब आप कुत्ता खरीदते हैं, तो पेट शॉप द्वारा आपको ऐसी तमाम चीजें पकड़ा दी जाती हैं जिनको देखकर आपको इस बात का एहसास हो जाता है कि. कुत्तों का शौक किसी भी सूरत में आसान नहीं है.
तो क्या क्या मिलता है कुत्तों के लिए बाजार में
डॉग फ़ूड - बाजार में आपको अलग अलग ब्रांड के डॉग फ़ूड मिलेंगे जिनमें एक ड्राई होता है और दूसर ग्रेवी. माने जाता है कि इनमें वो तमाम तत्व होते हैं जो एक कुत्ते को सम्पूर्ण पोषण प्रदान करते हैं.
लिटर सैंड - हालांकि कुत्ते अपने मल मूत्र का विसर्जन वॉक के दौरान घर के बाहर ही करते हैं बावजूद इसके तमाम लोग हैं जो कुत्तों के लिए घर में लिटर सैंड रखते हैं. बताते चलें कि 5 किलो के लिटर सैंड की कीमत 350 से 600 रुपए के बीच है.
टानिक और मल्टी विटामिन कैप्सूल - जब हम घर पर पालने के लिए कुत्ता ला ही रहे हैं तो जाहिर है हमें इस बात का भी पूरा ख्याल रखना होगा कि कुत्ता स्वस्थ है या नहीं.
कुत्तों का स्वास्थ्य सही रहे इसलिए बाजार में अलग अलग ब्रांड के इनके टानिक और मल्टी विटामिन कैप्सूल मौजूद हैं जो इन्हें न केवल स्वस्थ रखते हैं बल्कि सम्पूर्ण पोषण भी प्रदान करते हैं. इनकी कीमत 400 से लेकर एक हजार रुपये तक है.
ग्रूमिंग प्रोडक्ट्स - घर पर कुत्ता है तो जाहिर है कि इंसान उसकी साफ़ सफाई का भी पूरा ख्याल रखेगा. इसलिए चाहे वो शैम्पू हो या फिर कंडीशनर या डियोडेंट्र बाजार भरा पड़ा है ऐसे तमाम प्रोडक्ट्स से जो कुत्तों की ग्रूमिंग में काम आते हैं.
यहां हमारे लिए ये जान लेना बहुत जरूरी है कि ये तमाम प्रोडक्ट्स भी कहीं से सस्ते नहीं हैं.
कपड़े और जूते - भले ही कुत्तों को कपड़े पहनाने का कोई औचित्य नहीं है लेकिन बावजूद इसके कई लोग हैं जो अपने कुत्ते को कपड़े पहनाने पर तुले हैं.
तमाम अलग अलग कंपनियों ने इसे समझ लिया और फिर जो हालात बने कुत्तों के लिए एक से एक ड्रेस और जूते बाजार में उपलब्ध हैं.
इन कपड़ों और जूतों से कुत्तों को कितना फायदा होता है, कितना आराम मिलता है इसपर एक्सपर्ट्स के अलग अलग तर्क हैं लेकिन रोचक बात ये है कि एक मध्यम वर्गीय आदमी के लिए इन्हें खरीदना भी आसान नहीं है.
ट्रीट्स - कुत्ता जब भी कोई अच्छा काम करता है. या फिर ये कहें कि वो हमारा आदेश मानता है उसे प्रोत्साहित करने के लिए उसे ट्रीट दी जाती है.
होने को तो ये एक प्रकार का कुत्तों का खाना ही होता है. बस इसे कुत्तों को खुश करने के लिए दिया जाता है. जैसा बाजार का हाल है आज डॉग ट्रीट के नामपर इतना कुछ बाजार में मौजूद कि आप खुद-ब-खुद कन्फ्यूज हो जाएंगे. बात अगर कीमत की हो तो डॉग ट्रीट्स भी खासी महंगी आती हैं.
डॉग टॉयज - जब बाजार है तो जाहिर है वहां कुत्तों के खिलौने भी होंगे. अब कुत्ते खिलौने से खेले या नहीं लेकिन अलग अलग कंपनियों द्वारा डॉग टॉय के नाम पर खूब मोटा पैसा कमाया जा रहा है. दिलचस्प ये कि इन्हें खरीदने के लिए लोग भी अपनी जेबें खाली करने को आतुर रहते हैं.