
1983 में भारतीय क्रिकेट टीम के वर्ल्डकप जीत की जर्नी दिखाने वाली स्पोर्ट्स ड्रामा मूवी ’83’ रिलीज होने जा रही है. इस मूवी में हर एक भारतीय उन ऐतिहासिक लम्हों को जी पाएगा, जब भारत विश्व विजेता बना था. इस मूवी में एक्टर रणवीर सिंह (Ranveer Singh) कपिल देव (Kapil Dev) के रोल में नजर आ रहे हैं.
इस मूवी में हर एक्टर ने रोल में फिट रहने के लिए काफी मेहनत की. टीम के साथ-साथ रणवीर सिंह ने कपिल देव के कैरेक्टर में फिट बैठने के लिए काफी मेहनत की. उन्होंने बॉलिंग, बैटिंग, फील्डिंग की प्रैक्टिस के साथ बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन भी किया.
रणवीर सिंह ने बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन (Ranveer Singh Body Transformation) के बारे में जानने के लिए 'आज तक' ने रणवीर के बॉलिंग, बैटिंग, फील्डिंग और ट्रांसफॉर्मेशन कोच राजीव मेहरा (Rajiv Mehra) से बात की और जाना कि रणवीर ने कैसे अपना ट्रांसफॉर्मेशन किया.
ऐसे मिला था ये प्रोजेक्ट
रणवीर को इस मूवी के लिए ट्रेनिंग देने वाले कोच राजीव मेहरा (स्टेट लेवल और अंडर 22 क्रिकेटर, ACSM सर्टिफाइड फिटनेस कोच) ने बताया कि, 1983 में वर्ल्डकप विनिंग टीम के मेंबर बलविंदर सिंह संधू (Balwinder Singh Sandhu) ने उन्हें इस प्रोजेक्ट में शामिल किया था. उनसे कहा गया था कि उन्हें एक्टर्स के ग्रुप को क्रिकेट सिखाना है और एक्सरसाइज करानी है.
कास्ट डिसाइड होने के बाद उनके कैरेक्टर के मुताबिक, सभी की ट्रेनिंग शुरू की गई थी.
रणवीर ने घटाया 12 किलो वेट
राजीव मेहरा ने बताया कि रणवीर और कपिल देव की हाइट देखने में एक-जैसी लगती है, बस अंतर था तो 38 साल पुराने कपिल देव की लीन फिजिक और अभी के रणवीर सिंह की फिजिक में. रणवीर को जब मैंने ट्रेनिंग देनी शुरू की थी, उस समय उन्होंने सिम्बा मूवी खत्म की थी, जिस कारण उनका वेट लगभग 83-84 किलो था.
उन्होंने बताया, हमने डिसाइड किया कि 1983 वाले कपिल देव जैसा दिखने के लिए रणवीर को वजन कम करना होगा और लगभग 72 किलो के आसपास तक जाना होगा. इसके बाद रणवीर की ट्रेनिंग शुरू हुई और उन्होंने 4-5 महीनों में 12 किलो वजन कम किया और वे 84 किलो से 72 किलो के हो गए. उनका जो वजन कम हुआ था वो मसल्स के रूप में था क्योंकि उनकी बॉडी में फैट नहीं था. वजन कम करने के बाद वे कपिल देव जैसे दिखने लगे थे.
दिन में 6-8 घंटे ट्रेनिंग
राजीव मेहरा ने बताया, रणवीर के ट्रांसफॉर्मेशन का श्रेय उनकी मेहनत और डेडीकेशन को जाता है. उन्होंने कपिल देव के जैसी लीन फिजिक के लिए 4-5 महीने तक रोजाना 6-8 घंटे तक फिजिकल एक्टिविटी की थी, जिसमें बॉलिंग, बैटिंग, फील्डिंग, इंजरी रिहैब ट्रेनिंग, एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग शामिल थीं.
रणवीर रोजाना सुबह 8-10 बजे तक ग्राउंड में टीम के साथ बॉलिंग और फील्डिंग करते थे, जिससे काफी फिजिकल एक्टिविटी हो जाती थी.
इसके बाद 1-1.5 घंटे बैटिंग की प्रैक्टिस करते थे. बैटिंग प्रैक्टिस के दौरान फ्रंट फुट लंज (Front foot lunge) जैसे मूवमेंट से भी उनके मसल्स एक्टिवेट होते रहते थे. इससे बिना वेट उठाए उनके मसल्स बिल्ट होते थे. यानी कि क्रिकेट स्किल्स की प्रैक्टिस से भी उनके मसल्स एक्टिवेट हो रहे थे, जिसकी उन्हें जरूरत थी जो कि उनकी फंक्शनल स्ट्रेंथ (Functional strength) पर काम कर रहे थे.
सेकेंड हॉफ में वेट ट्रेनिंग और स्ट्रेचिंग
सेकेंड हॉफ में रणवीर को जिम में प्रीहैब ट्रेनिंग (Prehab training) करनी होती थी, जिससे इंजरी प्रिवेंशन (Injury prevention) में मदद मिलती थी. साथ ही क्रिकेट में मुख्य रूप से यूज होने वाले ग्लूट मसल्स (Glute muscles), कोर मसल्स (Core muscles), ऑब्लिक मसल्स (Oblique muscles) और शोल्डर (Shoulder) आदि की ट्रेनिंग की जाती थी, जो कि 1-1.5 घंटे चलती थी.
इसके बाद फिर से एक सेशन स्किल्स प्रैक्टिस (बैटिंग, फील्डिंग या बॉलिंग) का होता था और रिकवरी सेशन के साथ दिन खत्म होता था. इसमें रणवीर स्विमिंग पूल में लाइट स्विमिंग करते थे और पानी में ही लाइट स्ट्रेचेस करते थे, जिसे हाइड्रोथेरेपी (Hydrotherapy) कहा जाता है. इस थेरेपी से मसल्स रिलेक्स होते थे और अगले दिन के लिए तैयार हो जाते थे.
इन एक्सरसाइज पर था फोकस
रणवीर सिंह ने प्रीहैब एक्सरसाइज में सिंगल लेग हिप रेज, बेंट लेटरल वॉक, ऑब्लिक क्रंचेज, स्टेप अप्स, स्टेप डाउन्स, आइसोमेट्रिक लेग कर्ल, आइसोमेट्रिक हैमस्ट्रिंग कर्ल, आइसोमेट्रिक स्क्वॉट, आइसोमेट्रिक हिप रेज जैसी एक्सरसाइज करते थे.
प्रीहैब एक्सरसाइज के बाद पॉवर एक्सरसाइज करते थे, जिसमें लाइट वेट वाली एक्सरसाइज शामिल थीं. रणवीर ने ट्रेनिंग, डाइट और प्रॉपर रेस्ट को फॉलो किया जिससे उन्होंने 4-5 महीनों में 12 किलो मसल्स लॉस कर लिया.