दुनिया के बेस्ट स्पिनर शेन वॉर्न का 52 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से 4 मार्च 2022 को मौत हो गई थी. मिली जानकारी के मुताबिक, वे अपने विला में बेहोश पाए गए थे. उनके दोस्त उन्हें हॉस्पिटल भी लेकर गए, लेकिन उनकी जान नहीं बच सकी. शेन वॉर्न की मौत के बारे में अलग-अलग बातें सामने आ रही हैं. कुछ रिपोर्ट दावा कर रही थीं कि वे अधिक शराब पीते थे तो कुछ रिपोर्ट दावा कर रही थीं कि वे ड्रग्स भी लेते थे. लेकिन हालही में शेन वॉर्न के मैनेजर ने शराब और ड्रग्स का सेवन करने की बात को खारिज कर दिया है.
वेट लॉस डाइट पर थे शेन वॉर्न : मैनेजर
शेन वार्न के लंबे समय से रहे मैनेजर मैनेजर जेम्स एर्स्किन ने कहा ‘यह बात पूरी तरह गलत है कि शेन वॉर्न शराब या ड्रग्स का सेवन करते थे. वे शराब और ड्रग्स को हाथ भी नहीं लगाते थे. मैंने उन्हें सालों पहले शराब की कैरेट दी थी, लेकिन आज यानी 10 साल बाद भी वह कैरेट वैसी की वैसी रखी हुई है. शेन वॉर्न थाईलैंड में अपने दोस्तों के साथ छुट्टियां मना रहे थे. वे वेट लॉस डाइट फॉलो कर रहे थे, क्योंकि वे वजन कम करके पहले की तरह फिट होना चाहते थे.’
अक्सर लोग वजन कम करने के लिए काफी स्ट्रिक्ट डाइट फॉलो करते हैं, जिससे उन्हें कई शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं. शेन वॉर्न भी वेट लॉस के लिए डाइट कर रहे थे, लेकिन हम यह दावा नहीं कर रहे हैं, कि शेन वॉर्न की मौत वेट लॉस डाइट के कारण हुई है, लेकिन फिर भी जो लोग वजन कम करने के लिए डाइटिंग करते हैं, उन्हें कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए.
उदाहरण के लिए कुछ समय पहले 30 साल की महिला लेक्सी रीड ने अपना 141 किलो वजन कम किया था. जिसके बाद लेक्सी की हालत इतनी बिगड़ गई थी कि उन्हें आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया था, क्योंकि उनके अंगों ने काम करना बंद कर दिया था. वेट लॉस डाइट फॉलो कर रहे हैं, तो नीचे बताई हुई शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं.
फिजिकल फिटनेस पर असर: कुछ रिपोर्ट दावा करती हैं कि डाइटिंग करने से आपके शरीर पर काफी प्रभाव पड़ता है. डाइट करने से मस्कुलर स्ट्रेंथ कम होती है, बाल झड़ने लगते हैं, डिहाइड्रेशन हो सकता है, हार्ट रेट स्लो हो सकती है आदि.
चक्कर आ सकते हैं: कई लोगों को डाइटिंग के दौरान भूख भी लगती है और उसे कंट्रोल करके खाना न खाना काफी मुश्किल हो सकता है. अगर किसी को भूख लग रही है और वह डाइट के कारण खाना नहीं खा रहा है, तो उसे गैस भी बन सकती है या फिर चक्कर भी आ सकते हैं.
विटामिन और मिनरल की कमी: डाइटिंग के दौरान शरीर में कुछ समय के लिए विटामिन और मिनरल की कमी हो सकती है. इसका कारण है कि लोग डाइट के दौरान कम कैलोरी का सेवन करते हैं, जिससे शरीर की जरूरत के मुताबिक, विटामिन और मिनरल शरीर में नहीं पहुंच पाते.
थकान और सुस्ती: पहले जो लोग अधिक खाना खाया करते थे, वे लोग डाइट के कारण कम खाना शुरू कर देंगे, तो बॉडी उस तरह से रिएक्ट नहीं करेगी, जैसा पहले करती थी. बॉडी एनर्जी को बचाना शुरू कर देगी, ताकि उस एनर्जी को भविष्य में प्रयोग किया जा सके. ऐसे में थकान और सुस्ती आना काफी आम बात है.
स्ट्रेस बढ़ा सकती है: कुछ रिपोर्ट दावा करती हैं कि जब तक शरीर को पर्याप्त खाना नहीं मिलने से आप थका हुआ महसूस करेंगे, जिससे मेंटल हेल्थ पर काफी असर पड़ता है. अगर महिलाएं डाइटिंग करती हैं, तो उन्हें पीरियड्स में भी काफी अनियमितताएं देखने को मिल सकती हैं.
डाइटिंग के समय इन बातों का रखें खास ख्याल
अगर आप वजन कम करने के लिए डाइटिंग कर रहे हैं, तो हमेशा किसी एक्सपर्ट की सलाह लेकर ही डाइट तैयार करें. जल्दी वजन कम करने के कारण मेंटनेंस कैलोरी से सिर्फ 200-300 कैलोरी कम खाएं. अगर आप मेंटनेंस से कम कैलोरी खाएंगे तो उससे शरीर को काफी नुकसान हो सकता है.
वेट लॉस डाइट में पर्याप्त मात्रा में फल, हरी-सब्जियां जरूर शामिल करें, क्योंकि इनसे विटामिन, मिनरल और एंटी-ऑक्सीडेंट की पर्याप्त मात्रा मिल पाएगी.
कॉम्प्लेक्स कार्ब के सोर्स जैसे चावल, रोटी, ब्राउन ब्रेड, ओट्स को भी डाइट में शामिल करें, क्योंकि ये शरीर को एनर्जी देते हैं, जिससे दिन भर ताकत बनी रहती है.
कम कैलोरी लेने के बाद शरीर को आराम देना भी काफी जरूरी है. अगर आप आराम नहीं करेंगे, तो दिन भर थकान और सुस्ती महसूस होगी.
डाइट फॉलो करने के दौरान पर्याप्त पानी जरूर पिएं, ताकि बॉडी डिहाइड्रेट न हो. इसके साथ ही प्रोटीन, हेल्दी फैट और कार्बयुक्त डाइट जरूर लें.
एक बात जरूर याद रखें किकम खाने से नहीं बल्कि अच्छे खाने से वजन कम होता है. बस इसके लिए आपको मेंटेनेंस कैलोरी से 200-300 कैलोरी डेफिसिट में रहें और फिजिकल एक्टिविटी बढ़ाएं.
(Disclaimer: किसी भी चीज को फॉलो करने से पहले सर्टिफाइड फिटनेस ट्रेनर, न्यूट्रिशन एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर लें.)