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फ्रिज में रखा रेस्टोरेंट का खाना खाने के बाद हुआ बीमार, काटने पड़े पैर, आप भी रहें सतर्क!

अक्सर लोग रेस्टोरेंट में खाना खाने जाते हैं, कई बार खाना ज्यादा हो जाता है तो उसे पैक कराकर घर ले आते हैं. फिर भूख लगने पर या अगले दिन उसे खा लेते हैं. ऐसा करना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है. दरअसल, कुछ समय पहले एक स्टूडेंट ने एक रात पहले फ्रिज में रखा खाना खा लिया, जिसके बाद उसे ऐसी बीमारी हुई कि उसके पैर काटने पड़े.

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प्रतीकात्मक फोटो (Image credit: pixabay and gettyimages)
प्रतीकात्मक फोटो (Image credit: pixabay and gettyimages)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • एक रात पहले फ्रिज में रखा था खाना
  • बुखार आया और किडनी ने काम करना बंद किया
  • स्टूडेंट के दोनों पैर और उंगलियां काटनी पड़ीं

अगर खाना बच जाता है, तो उसे फ्रिज में रख दिया जाता है और फिर अपनी जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल किया जाता है. कई एक्सपर्ट का मानना है कि खाने को अधिक देर तक फ्रिज में नहीं रखना चाहिए, लेकिन खाना बच जाने पर उसे खराब होने से बचाने और स्टोर करके रखने के लिए फ्रिज का सहारा लेना ही होता है. 

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कुछ समय पहले एक मामला सामने आया है, जिसमें एक स्टूडेंट ने एक रात पहले फ्रिज का खाना खा लिया था और उसके बाद वह इतना बीमार पड़ गया कि उसके दोनों पैर काटने पड़े. खाना खाने के बाद उसकी किडनी ने काम करना बंद कर दिया था और उसे एक गंभीर बीमारी हो गई थी. हालत में सुधार न होने के कारण डॉक्टर्स को ये कदम उठाना पड़ा. अगर आप भी लंबे समय तक फ्रिज में रखे हुए खाने का सेवन करते हैं, तो पहले ये आर्टिकल पढ़ें. 

क्या है पूरा मामला

न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन की रिपोर्ट के मुताबिक, एक स्टूडेंट जिसका नाम जेसी बताया जा रहा है. उसका रूममेट एक रात पहले रेस्टोरेंट से चिकन और नूडल्स लेकर आया और उसने घर लाकर खाने को फ्रिज में रख दिया. अगले दिन सुबह जब जेसी ने वो खाना खाया तो वह बीमार हो गया और उसके बाद उसे काफी तेज बुखार आ गया. जेसी को तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उसकी हार्ट रेट अचानक से बढ़कर 166 बीट प्रति मिनट हो गई, जिसके बाद उसे बेहोश किया गया.

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जानकारी के मुताबिक, जेसी को किसी तरह की कोई एलर्जी नहीं थी और न ही उसने कभी शराब पी थी. लेकिन वह हर हफ्ते 2 पैकेट सिगरेट और रोजाना गांजा / मारिजुआना का नशा करता था. उसकी हालत लगातार बिगड़ती चली गई और उसे इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से दूसरे हॉस्पिटल भेजा गया. 

प्रतीकात्मक फोटो (Image Credit : Pixabay)

रिपोर्ट में कहा गया, हॉस्पिटल में एडमिट करने से 20 घंटे पहले तक मरीज ठीक था. लेकिन जब उसने रेस्तरां का चावल, चिकन और नूडल्स का सेवन किया तो उसके पेट में दर्द और मतली होने लगी. इसके बाद उसकी त्वचा बैंगनी रंग की होने लगी और उसकी जांच के लिए उसे हॉस्पिटल के दूसरे डिपार्टमेंट में ले जाया गया. बाद में सामने आया कि जेसी एक बैक्टीरियल इंफेक्शन से संक्रमित हो गए हैं, जिससे उनकी किडनी ने काम करना बंद कर दिया है और उनका खून भी जमने लगा है. 

उनके खून में कुछ ऐसे बैक्टीरिया मिले थे, जो जानलेवा सेप्सिस की निशानी थे. जेसी के शरीर में सेप्सिस फैलने लगा तो उसके हाथ की सभी अंगुलियां काट दी गईं और घुटने से नीचे के पैर भी काट दिए गए. जेसी को 26 दिन बाद होश आया है, लेकिन उसकी लाइफ अब पूरी तरह बदल गई है.

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क्या है सेप्सिस (what is sepsis)

सेप्सिस ऐसी बीमारी है, जो कि शरीर में किसी तरह के इंफेक्शन के कारण होती है. सेप्सिस तब विकसित होता है, जब कोई मौजूदा संक्रमण आपके शरीर में इम्यूनिटी को काफी अधिक बढ़ा देता है. यानी कि यह कह सकते हैं कि जब आप किसी संक्रमण से संक्रमित होते हैं, तो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली इससे लड़ने के लिए प्रोटीन और अन्य रसायनों को छोड़ कर उनसे लड़ती है, लेकिन जब यह प्रतिक्रिया नियंत्रण से बाहर हो जाती है, उसे सेप्सिस कहते हैं. 

सेप्सिस का कारण बनने वाले अधिकांश संक्रमण बैक्टीरिया के कारण होते हैं. COVID-19, इन्फ्लूएंजा और फंगल संक्रमण भी सेप्सिस का कारण बन सकते हैं. सेप्सिस के कारण बुखार, तेज हृदय गति और सांस लेने में कठिनाई जैसे अन्य लक्षण होते हैं. यह एक गंभीर स्थिति है, जिसमें तुरंत इलाज की जरूरत होती है. यदि इसका इलाज न कराया जाए तो जानलेवा हो सकता है. इसकी आखिरी स्टेज में सेप्सिस शॉक होता है, जिसमें ऑर्गन फेल, हार्ट फेल, स्ट्रोक और मौत भी हो सकती है. 

डॉक्टर्स ने स्टूडेंट के मामले में इस बात को स्पष्ट नहीं किया है कि रेस्टोरेंट के खाने में बैक्टीरिया कहां से आए. लेकिन अगर आप भी रेस्टोरेंट के खाने को फ्रिज में लाकर रखते हैं, तो सतर्क रहने की जरूरत है. हमेशा घर का बना हुआ खाना ही खाएं, कैमिकल वाले सॉस या अन्य प्रोडक्ट का इस्तेमाल न करें. अगर खाने के बाद कोई भी एलर्जी या इंफेक्शन होता है, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें.

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