कोरोना वायरस की महामारी ने लोगों को सेहत के प्रति जागरूक रहना सिखा दिया है. फल, लीन मीट, सब्जियां, हेल्दी फैट और प्रोटीन युक्त बैलेंस डाइट का महत्व सभी समझने लगे हैं. लेकिन शरीर को फायदा पहुंचाने वाली इन चीजों को कब, कैसे और कितना खाएं, ये पता होना भी जरूरी है. एक्सपर्ट कहते हैं कि हेल्दी फूड की अतिरिक्त मात्रा भी शरीर के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है. आइए आपको एक ऐसे सुपरफूड के बारे में बताते हैं जिसका ओवर कन्ज्यूम हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकता है.
अखरोज, काजू और बादाम में हेल्दी फैट, प्रोटीन और कई प्रकार के विटामिन्स का खजाना होते हैं. ब्राजीलियन नट्स के बारे में बात बहुत कम की जाती है. ब्राजीलियन नट्स सेलेनियम से भरपूर होते हैं जो इम्यून और रीप्रोडक्टिव सिस्टम के फंक्शन के लिए बहुत जरूरी माना जाता है. सेलेनियम हमारी कोशिकाओं और ऊतकों में होने वाले डैमेज को रोकता है. लेकिन ब्राजीलियन नट्स से शरीर को बहुत ज्यादा सेलेनियम मिलता है जो शरीर के लिए नुकसानदायक भी है.
नेशननल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ (NHS) के मुताबिक, सेलेनियम की बहुत ज्यादा खपत जी मिचलाने, डायरिया, स्किन रैशेज, मूड स्विंग, हेयर लॉस, कमजोर नाखून, दांतों को रंग बदलना और नर्व्स सिस्टम से जुड़ी समस्याओं को बढ़ा सकती है. कुछ मामलों में यह हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर, कंपकंपी और सांस में तकलीफ को भी ट्रिगर कर सकती है.
शरीर को रोजाना कितने सेलेनियम की जरूरत?
ब्राजीलियन नट्स को अगर सही मात्रा में खाया जाए तो इससे शरीर को बड़ फायदे होंगे. NHS के मुताबिक, 19 से 64 साल की आयु के लोगों के लिए रोजाना 75 ग्राम सेलेनियम की खुराक को सुरक्षित माना गया है. ब्राजीलियन नट्स में मौजूद कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स हमारी ओवरऑल हेल्थ और ब्रेन फंक्शन के लिए अच्छे माने जाते है.
स्टडी के अनुसार, ब्राजीलियन नट्स लंबे समय से चल रही डिप्रेशन की समस्या को रोकने में कारगर है. हाई कॉलेस्ट्रोल की दिक्कत झेल रहे लोग भी लिमिटेड क्वांटिटी में ब्राजीलियन नट्स का सेवन कर सकते हैं. इसमें पाए जाने वाले फासफॉरस और मैग्नीशियम एन्जाइट और डिप्रेशन जैसी समस्याओं में बड़े फायदेमंद माने जाते हैं. नियमित रूप से रोजाना दो ब्राजीलियन नट्स खाना सेहत के लिए अच्छा माना जाता है.