Sweets quality check: दिवाली और भाई दूज जैसे त्योहारों पर मिठाइयों की जमकर खरीदारी होती है. कुछ लोग खोया घर लाकर तरह-तरह के पकवान और मिठाइयां बनाते हैं. क्या आप जानते हैं फेस्टिवल सीजन में मिलावट का बाजार भी गर्म रहता है. ऐसे में नकली मिठाइयां खरीदने से बचें और अपनी सेहत का ख्याल रखें. आइए जानते हैं त्योहारों पर मिलावटी मावे से बनी मिठाई या पनीर और सिंथेटिक दूध की जांच कैसे कर सकते हैं.
कैसे करें खोए और दूध की जांच?
सिंथेटिक दूध, मावे और खोए से बनी मिठाई में मुख्य रूप से दो चीजों की मिलावट होती है. खोए में स्टार्च और दूध में प्रोटीन कंटेंट बढ़ाने के लिए यूरिया का इस्तेमाल होता है. ये दोनों ही हमारी सेहत के लिए हानिकारक हैं.
स्टार्च और यूरिया की जांच के लिए थोड़ा सा आयोडीन सॉल्यूशन लें जो किसी भी केमिस्ट शॉप पर आसानी से मिल जाएगा. इसके अलावा एक पराडीमेथील एमिनो बेनज़लडीहाइड भी खरीद लें. दूध, पनीर या मावे की मिठाई में स्टार्च है या नहीं, ये जानने के लिए एक कांच के बर्तन में थोड़े से पनीर या मिठाई को गुनगुने पानी में घुलने दें.
पनीर और खोए की मिठाई जब पानी में पूरी तरह घुल जाए तो उसमें चार से पांच ड्रॉप आयोडीन सॉल्यूशन मिला दें. यही प्रक्रिया दूध के साथ भी करें. आयोडीन मिलाने के बाद अगर दूध, पनीर या खोए की मिठाई के सॉल्यूशन का रंग नीला हो जाए तो समझ जाइए इनमें मिलावटी की गई है. अगर इस मिश्रण का रंग नहीं बदलता है तो इसका मतलब है कि ये शुद्ध है.
यूरिया वाले दूध की जांच
यूरिया अक्सर सिंथेटिक दूध में मिलाया जाता है और यह दूध से बने पनीर या खोए में भी मिल जाता है. इसे टेस्ट करने के लिए पहले की तरह ही पनीर या खोए को गरम पानी में घुलने के लिए छोड़ दें. फिर उसमें कुछ ड्रॉप पराडीमेथील एमिनो बेनज़लडीहाइड मिलाएं. अगर इसमें यूरिया की मिलावट की गई है तो इसका रंग पीला पड़ जाएगा.
कैसे करें मावे की जांच?
खोया खरीदने से पहले इसकी शुद्धता की जांच के लिए भी आप कुछ टिप्स आजमा सकते हैं. खोए के जरा से टुकड़े को हाथ के अंगूठे पर थोड़ी देर के लिए रगड़ें. इसमें मौजूद घी की महक अगर देर तक अंगूठे पर टिकी रही तो समझिए मावा एकदम शुद्ध है. इसके अलावा, हथेली पर मावे की एक गोली बनाएं और उसे थोड़ी देर तक दोनों हथेलियों के बीच घूमाते रहें. अगर ये गोली फटने लगे तो समझिए मावा नकली है.
मावा असली है या नकली, ये आप खाकर भी पहचान सकते हैं. अगर मावे में चिपचिपाहट महसूस हो रही है तो समझ जाइए कि वो खराब हो चुका है. असली मावा खाने पर कच्चे दूध जैसे स्वाद आएगा. ध्यान रखें कि पानी में मावा डालकर फेंटने पर अगर वह छोटे-छोटे टुकड़ों में टूटता है तो ये उसके खराब होने के संकेत हैं. नकली मावे से बनी मिठाइयां किडनी और लिवर के लिए भी बड़ा खतरा पैदा करती हैं.