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40 Kg वजन घटाकर बॉडीबिल्डर बनी हरियाणा की ये लड़की, बिकिनी पहनने पर घर वालों को था ऐतराज

Transformation Journey: भारत में एक से बढ़कर एक महिला बॉडीबिल्डर हैं, जो नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. ऐसी ही एक प्रोफेशनल महिला बॉडीबिल्डर का नाम है गीता सैनी (Geeta Saini). हरियाणा की रहने वाली गीता सैनी ने कैसे प्रोफेशनल बॉडी बिल्डिंग में कदम रखा और उनकी फिटनेस जर्नी कैसी थी, इस बारे में आर्टिकल में जानेंगे.

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(Image credit: Instagram/geetasaini.official)
(Image credit: Instagram/geetasaini.official)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 26 साल की उम्र में पहली बार खेला कॉम्पिटिशन
  • कभी 110 किलो हुआ करता था वजन
  • भाई के कहने पर बन गईं प्रोफेशनल बॉडीबिल्डर

आज के समय में पुरुषों के साथ महिलाएं भी बॉडी बिल्डिंग में अपना नाम कमा रही हैं. दुनिया में महिलाओं के लिए पहला प्रोफेशनल बॉडी बिल्डिंग कॉम्पिटिशन 1977 में ओहियो के कैंटन में आयोजित किया गया था, जिसमें जीना लास्पिना (Gina laspina) पहली महिला बॉडीबिल्डिंग कॉम्पिटिशन की विनर बनी थीं. इसके बाद महिला बॉडी बिल्डिंग का क्रेज बढ़ता गया और सारी दुनिया में फैल गया.

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भारत में कई ऐसी महिला बॉडीबिल्डर हैं, जिन्होंने सालों की मेहनत के बाद बॉडीबिल्डिंग में अपना नाम कमाया है. आज हम आपको ऐसी ही एक भारतीय महिला बॉडीबिल्डर के बारे में बता रहे हैं, जो हरियाणा के गुड़गांव की रहने वाली हैं और रूढ़िवादी परिवार से आती हैं. जहां उनके परिवार में आज भी महिलाएं पर्दा करती हैं, ऐसे में घर वालों को बॉडीबिल्डिंग के लिए और कॉम्पिटिशन में बिकिनी पहनने के लिए मनाना काफी चैलेंजिंग था. 

इनका वजन पहले लगभग 110 किलो हुआ करता था. उन्होंने Aajtak.in से अपनी जर्नी शेयर करते हुए अपनी वेट लॉस और मसल्स गेन जर्नी शेयर की और यह भी बताया कि उन्होंने बॉडीबिल्डिंग कॉम्पिटिशन में कैसे कदम रखा.

Image Credit : Instagram/geetasaini.official)

नाम : गीता सैनी (Geeta Saini)
शहर : गुड़गांव (हरियाणा)
काम : प्रोफेशनल बॉडीबिल्डर, ग्राफिक डिजाइनर
उम्र : 33 साल
हाइट : 5 फीट 5 इंच
अधिकतम वजन : 110 किलो
वर्तमान वजन : लगभग 70 किलो

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गीता अभी तक 3 बार मिस इंडिया कॉम्पिटिशन जीत चुकी हैं. 2018 में Miss.Asia कॉम्पिटिशन में 4th रैंक और 14th सीनियर वुमन्स बॉडीबिल्डिंग 2022 कॉम्पिटिशन में गोल्ड मेडल हासिल कर चुकी हैं.

110 किलो से 70 किलो तक वेट लॉस जर्नी (Weight loss journey from 110 kg to 70 kg)

गीता ने Aajtak.in से बात करते हुए बताया कि घर में उन्हें शुरू से ही काफी लाड़-प्यार से रखा गया है. उन्हें घर का देसी खाना, घी, मक्खन, दूध, दही आदी खाने का काफी शौक था. इसके बाद जब वे ग्राफिक डिजाइनर बनीं तो ऑफिस जाने के कारण उन्हें जंक फूड खाने की आदत लग गई. ऑफिस की सुस्त जॉब और अधिक जंक फूड और फास्ट फूड के सेवन से 21 साल की उम्र में उनका वजन लगभग 110 किलो पहुंच गया.

इसके बाद उन्होंने अपने वजन कम करने के बारे में सोचा और यूट्यूब पर वीडियोज देखना शुरू किए. 2009 में फिटनेस को लेकर कम अवेयरनेस के कारण उन्हें सिर्फ इतनी नॉलेज मिली कि खाना छोड़ देने और कार्डियो करने से वजन कम होता है. इसके बाद उन्होंने उसी अधूरी नॉलेज से अपना वजन कम करना शुरू किया और 2009 से 2010 के बीच यानी लगभग 1-1.5 साल में अपना लगभग 40-42 किलो वजन कम कर लिया.

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अधूरी नॉलेज के कारण उनका वजन कम तो हो गया, लेकिन उनकी स्किन लटक गई. इसका कारण था कि उन्होंने वजन कम करने के लिए खाना छोड़ दिया था और सिर्फ कार्डियो करती थीं. पूरी वेट लॉस जर्नी में 1 दिन भी वेट ट्रेनिंग नहीं की.

इसके बाद उनके बड़े भाई जो प्रोफेशनल बॉडीबिल्डर रह चुके थे, उन्होंने गीता ने अपनी प्रॉब्लम उन्हें बताई. इसके बाद उनके बड़े भाई ने उन्हें  ट्रेनिंग देना शुरू किया और 2015-2016 तक उन्होंने अपनी लटकी हुई स्किन को टाइट कर लिया और उनके शरीर को काफी अच्छा शेप मिला. उस समय उनका वजन लगभग 70 किलो था. 

ऐसी हुई प्रोफेशनल बॉडी बिल्डिंग की शुरुआत (Beginning of professional bodybuilding)

गीता ने बताया, 2016 में गुड़गांव में एक महिला बॉडीबिल्डिंग कॉम्पिटिशन होना था. उस समय मेरे बड़े भाई ने उस समय की मेरी फिजीक देखकर कहा, मुझे इस कॉम्पिटिशन में हिस्सा लेना चाहिए. इस बात पर मैंने उनसे कहा, मैं पार्टिसिपेट तो कर सकती हूं, लेकिन हमारे घर वाले नहीं मानेंगे.

इस बात पर भाई ने कहा कि घर वालों को मैं मना लूंगा, तुम सिर्फ इतना बताओ कि बॉडी बिल्डिंग करना है या नहीं? मैंने हां कर दी. उसके बाद घर वालों को बॉडी बिल्डिंग करने और स्टेज पर महिला बॉडी बिल्डिंग की ड्रेस यानी बिकिनी पहनने के लिए भैया ने ही पैरेन्ट्स को मनाया, जो कि काफी चैलेंजिंग था. भैया ने माता-पिता को बताया कि जिस तरह हर स्पोर्ट की ड्रेस होती है, उसी तरह इस कॉम्पिटिशन की भी यही ड्रेस होती है, जिसे सिर्फ स्टेज पर पहना जाता है. 

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माता-पिता की बेमन से हां करने के बाद मेरे भाई ने मुझे मिस्टर वर्ल्ड, मिस्टर इंडिया जैसे कई बॉडी बिल्डिंग कॉम्पिटिशन जीत चुके प्रोफेशनल बॉडीबिल्डर यतिंदर सिंह (Yatinder singh) से मिलाया और उन्होंने ही मुझे कॉम्पिटिशन के लिए ट्रेनिंग दी. 

बस फिर क्या था, सर का गाइडेंस, डाइट और ट्रेनिंग से मैं बॉडी बिल्डिंग कॉम्पिटिशन में खेलने के लिए 3 महीने में तैयार हो गई और उस समय मुझे कॉम्पिटिशन में 10वीं रैंक मिली थी. स्टेज के पीछे आकर उस दिन कई लोगों ने मेरे घर वालों से कहा कि आपकी बेटी को बॉडीबिल्डिंग से पीछे मत हटने देना, आपकी बेटी की बॉडी इंटरनेशनल कॉम्पिटिशन में मेडल जीतकर लाएगी. बस उस दिन से मेरे घर वाले मुझे सपोर्ट करते आ रहे हैं और मेरा भी सिर्फ बॉडी बिल्डिंग पर ही फोकस है. 

गीता सैनी लेती हैं ऐसी डाइट (Geeta Saini Diet)

गीता ने बताया कि कॉम्पिटिशन के समय और ऑफ सीजन में उनकी डाइट बदलती रहती है. वे जिस समय कॉम्पिटिशन की तैयारी नहीं कर रही होती हैं, उस समय में मेंटनेंस कैलोरी से अधिक लेती हैं और कॉम्पिटिशन के समय कैलोरी डेफिसिट में रहती हैं. लेकिन उस समय उनका प्रोटीन इंटेक हाई रहता है. वे अभी लगभग 1700 से 1800 कैलोरी ले रही हैं. उनकी डाइट में घर पर बने फूड ही शामिल होते हैं. उनका परिवार वेजिटेरियन है, लेकिन उनके कॉम्पिटिशन को देखते हुए, उन्होंने छत पर नॉनवेज बनाने की परमिशन दी है. गीता अभी ये डाइट फॉलो कर रही हैं.

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मील 1 (Meal 1)

1 स्कूप व्हे प्रोटीन
10 ग्राम ओट्स

मील 2, वर्कआउट के बाद (Meal 2)

1 स्कूप प्रोटीन
150 ग्राम कार्ब्स (ओट्स या चावल)

मील 3 (Meal 3)

200 ग्राम चिकन
60 ग्राम ओट्स
200 ग्राम हरी सब्जी

मील 4 (Meal 4)

5 एग व्हाइट + 1 पूरा अंडा
150 ग्राम हरी सब्जी

मील 5, शाम के वर्कआउट के बाद (Meal 5) 

1 स्कूप प्रोटीन
150 ग्राम कार्ब्स (ओट्स या चावल)

मील 6, डिनर (Meal 6)

200 ग्राम चिकन
200 ग्राम हरी सब्जी

मील 7 (Meal 7)

1 स्कूप कैसीन प्रोटीन
40 ग्राम ओट्स

गीता सैनी का वर्कआउट (Geeta saini workout) 

गीता ने बताया कि वे अभी 2 टाइम वर्कआउट करती हैं. जिसमें सुबह वे छोटे मसल्स को ट्रेन करती हैं और शाम को बड़े मसल्स को ट्रेन करती हैं. इसके साथ सुबह 1 घंटा खाली पेट कार्डियो भी करती हैं. वे सुबह वर्कआउट भी खाली पेट भी करती हैं. इसके बाद वे हफ्ते में 2 बार एब्स की ट्रेनिंग करती हैं.

उन्हें फिटनेस फील्ड में लगभग 13 साल हो चुके हैं, इसलिए उन्हें इस बात की खासी नॉलेज है कि उन्हें अपने बॉडी के किस मसल्स पर काम करना है. वहीं उन्हें अगर कभी भी प्रॉब्लम होती है, तो वे अपने गुरू यतिंदर सिंह से पूछ लेती हैं.

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गीता सैनी के फिटनेस टिप्स (Fitness tips of geeta saini)

गीता सैनी बताती हैं कि मेरे पास कई कम उम्र के लड़के और लड़कियां ट्रेनिंग लेने आते हैं, जिन्हें कुछ ही महिनों में फिटनेस पानी होती है. फिटनेस कोई 1-2 महीने में हासिल नहीं होती. इसके लिए मेहनत करनी होती है, अच्छा खाना होता है और डेडिकेशन की जरूरत होती है. इसके बाद सालों की मेहनत बाद कोई भी इंसान फिट हो सकता है. 

आज कल के यंगस्टर्स शॉर्टकट अपनाने लगते हैं, जो कि काफी गलत है. इससे उनके शरीर को काफी नुकसान होता है. मैंने इंटरनेशन एथलीट के अंडर में रहकर फिटनेस पाई, क्योंकि उन्हें इस फील्ड में 20 साल से अधिक का एक्सपीरियंस हो चुका है. अगर आप भी फिटनेस पाना चाहते हैं तो किसी सर्टिफाइड फिटनेस कोच के अंडर में रहकर ही ट्रेनिंग करें.

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