
Yo Yo Honey Singh weight loss secret: रैपर यो हनी सिंह करीब 5 साल तक बाइपोलर डिसऑर्डर नाम की बीमारी से ग्रसित थे. इस कारण उन्होंने 2014-2015 में मेंटल हेल्थ सही न होने के कारण इंडस्ट्री से दूरियां बना ली थीं. सालों तक उन्हें बीमारी का पता नहीं चला था जिसके कारण वह इस बीमारी के कारण साढ़े तीन साल तक घर से बाहर भी नहीं निकले थे. उन्होंने इस बीमारी से बाहर निकलने के लिए दुनिया के बेस्ट 7 डॉक्टर्स की मदद ली थी. जब वह सही हुए तो उनका वजन काफी बढ़ चुका था क्योंकि इस बीमारी में उन्हें काफी स्टेरॉयड और दवाएं दी जाती थीं.
जब उन्होंने काम शुरू किया तो उन्होंने अपने आपको फिर से पहले की तरह फिट होने का मन बनाया. ऐसे में उन्होंने दिल्ली के एक ट्रेनर से संपर्क किया और उनके अंडर में रहकर कुछ ही समय में अपना करीब 17 किलो वजन कम कर लिया था. हनी सिंह को दिल्ली की एक देसी जिम में अरुण कुमार ने कोचिंग दी थी और उनका वजन कम कराया था. हाल ही में कोच अरुण कुमार ने Aajtak.in को बताया कि हनी सिंह ने कैसे वजन कम किया, वो कैसी डाइट लेते थे और वर्कआउट कैसे करते थे.
हनी सिंह ने कितना वजन कम किया और कैसे?
कोच अरुण ने Aajtak.in से बात करते हुए बताया, 'भाई ने जब मुझे जॉइन किया तो उनका वजन 94-95 किलो था. हमने आलमोस्ट एक महीने में उनका वजन ऑलमोस्ट 77 किलो कर दिया था. यानी उन्होंने करीब 17 किलो वजन कम किया था. जब मैं उनसे मिला तो मैंने बोला, अगर भाई आपको फिट होना है तो आपको डाइट प्लान बिल्कुल परफेक्ट करना पड़ेगा. वर्कआउट नहीं होगा कोई बात नहीं मैं बैलेंस कर लूंगा.'
'वो कहते हैं जो आप बोले वो करूंगा. मैंने बोला ग्रीन जूस पीना है, खाली पेट सुबह. वो कहते हैं, बिल्कुल पी लूंगा. फिर मैंने बोला और हां, जो आप लिकर लेते हैं वो? तो उन्होंने बोला मैंने छह महीने पहले ही छोड़ दी है, आपके पास आने से पहले. मुझे पता था अरुण भाई जब कराएंगे जब मैं इसको छोड़ दूंगा.'
हनी सिंह से कैसे हुई मुलाकात?
अरुण कुमार ने बताया, 'मैं सेलिब्रिटी ट्रेनर तो पहले से था, 2008 में हमने इंडस्ट्री में एंट्री की थी, एज ए सेलिब्रिटी ट्रेनर. तो उनको याद तो था कि अरुण कुमार नाम का कोई ट्रेनर तो है. लेकिन जब उनके वजन कम होने की बात चल रही थी तो उनसे किसी ने बात की तो उनसे किसी ने बोला अगर आपको अपनी फिटनेस परफेक्ट करनी है और अभी जो प्रेजेंट सिचुएशन है तो आपको अरुण भाई को ज्वाइन करना चाहिए.'
'फिर एक दिन मेरे पास रेंडम कॉल आता है कि हेलो मैं हनी सिंह बोल रहा हूं. मैंने कहा क्या? वहां से आवाज आई, मैं हनी सिंह बोल रहा हूं, मैं ऑन द वे हूं. मैंने बोला भाई क्या बात कर रहे हो? उन्होंने कहा, मैं आपकी जिम आ रहा हूं. मैंने बोला आपको मेरी जिम पता है? बोले हां पता है, मैं जिम पहुंच रहा हूं. और फोन काटने के 15 मिनट बाद वो मेरी जिम के बाहर थे.'
कैसी थी हनी सिंह की डाइट?
कोच अरुण ने बताया, 'हमने उनकी डाइट को रिहैब के बाद रिकवरी को देखते हुए प्लान की थी जिसमें हम उनको अधिक प्रोटीन भी नहीं दे सकते थे. उनकी पहली मील होती थी, ग्रीन वेजिटेबल्स का जूस जिसे चुकंदर, आंवला, गाजर, धनिया, मिलाकर बनाते थे. कभी-कभार मैं बोलता था, आपको वेजिटेबल का पल्प खाना है ग्राइंड करके, तो वो खाते थे.'
'दूसरी मील होती थी, बॉइल्ड चिकन चावल के साथ. कार्ब हम दिन में सिर्फ 1 बार देते थे. इसके अलावा रात में फिर दोबारा वेजिटेबल या वेजिटेबल सूप या फिर उबला हुआ चिकन खाते थे. यही उनकी डाइट थी. उनका कोई एक्सक्यूज नहीं था कि मैं इस तरह की डाइट नहीं खाऊंगा. उनका कोई सवाल नहीं होता था. जो मैं डाइट देता था, वही खाते थे.'
'सप्लीमेंट कुछ नहीं लेते थे वह क्योंकि जो उनकी डाइट थी, जो प्रोटीन रिक्वायरमेंट होती थी, वह हम डाइट से ही पूरा कर देते थे. हम उनको आलमोस्ट 60 ग्राम प्रोटीन देते थे. कार्ब बैलेंस रखते थे, प्रोटीन भी बैलेंस रखते थे. हाई प्रोटीन पर डाल नहीं सकते थे क्योंकि अचानक से इतना प्रोटीन देने से उनकी भूख मर सकती थी.'
हनी सिंह का वर्कआउट कैसा था?
कोच अरुण बताते हैं, 'हनी सिंह इंटेंस वर्कआउट करते थे. घड़ी में टाइम देखकर 30-40 सेकंड का रेस्ट लेते थे. आफ्टर रिहैब इतनी कंसिस्टेंसी से वर्कआउट करना और एक दिन भी स्किप नहीं होना, काफी शॉकिंग था. बस यही था जिसने हनी सिंह को फैट से फिट बना दिया. उनका जब ट्रांसफॉर्मेशन हुआ तो उन्होंने मेरे से कहा, भाई मैंने सोचा ही नहीं था कि मैं इस लेवल को अचीव कर सकता हूं.'