क्लिनिकल ट्रायल में लोग अपनी इच्छा से आते हैं. इनमें ड्रग्स, सर्जिकल प्रक्रिया, रेडियोलॉजिकल प्रक्रिया, डिवाइसेज, बिहेवियरल ट्रीटमेंट और रोगनिरोधक इलाज भी शामिल होते हैं. क्लिनिकल ट्रायल बहुत सावधानी के साथ पूरे किए जाते हैं. इस ट्रायल में बच्चों समेत किसी भी उम्र के लोग शामिल हो सकते हैं.