कई लोगों को कहीं भी थूकने की आदत होती है जैसे चलते हुए, गाड़ी चलाते समय या फिर गाड़ी में बैठे-बैठे. थूक में जीवित कीटाणु होते हैं. जब कोई व्यक्ति थूक के पास से गुजरता है तो ये ड्रॉपलेट्स मुंह, नाक और आंखों के जरिए प्रवेश कर उस व्यक्ति को संक्रमित कर देते हैं. इसके अलावा थूक में सिर्फ लार नहीं होती बल्कि कभी-कभी इसमें बलगम भी होता है जिसमें कई प्रकार के कीटाणु पाए जाते हैं.