आम वैक्सीन से कैसे है अलग?
एक तरफ जहां दवाओं का काम बीमारियों को ठीक करना है, वहीं वैक्सीन का काम स्वस्थ लोगों को बीमारी से बचाना है. इसलिए इसे उच्च मानकों पर ही मंजूरी दी जाती है. मंजूरी देने से पहले सालों तक चले इसके सारे डेटा का निरीक्षण किया जाता है. हालांकि कोरोना वायरस महामारी के दौरान ये अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है कि नियामक एक सफल और सुरक्षित वैक्सीन के लिए प्रमाण के रूप में क्या स्वीकार करेंगे.