साइंस टाइम्स के अनुसार, कुछ पुरुष पैदाइशी हाइपोगोनाडिज्म के शिकार होते हैं, इस स्थिति में शरीर में पर्याप्त मात्रा में टेस्टोस्टेरोन नहीं बन पाता है, जबकि कुछ पुरुषों में यह काफी बाद में विकसित होना शुरू होता है. आमतौर पर किसी संक्रमण या चोट का शिकार हुए पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन देर से बनना शुरू होता है. कुछ मामलों में इसका इलाज टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट थेरेपी से किया जा सकता है.