सूर्य नमस्कार से तन, मन और वाणी, तीनों को शांति और ऊर्जा मिलती है. वहीं, सूर्य नमस्कार शरीर के सभी अंगों को क्रियाशील बनाता है. यह 12 आसनों से मिलकर बना है. इसलिए रोजाना सिर्फ सूर्य नमस्कार करना ही आपके पूरे शरीर को एनर्जेटिक बनाता है और रोगों से भी दूर रखता है लेकिन इसे करते समय इन बातों का ध्यान जरूर रखें...
1. सूर्य नमस्कार पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके ही करना चाहिए.
2. सूर्य नमस्कार करते समय शरीर की प्रत्येक क्रिया को ध्यानपूर्वक व आराम से करना चाहिए.
3. इस
योग अभ्यास को शुरू करने से पहले योगा एक्सपर्ट की राय जरूर लें.
4. सूर्य नमस्कार की तीसरी व पांचवीं स्थितियां सर्वाइकल और स्लिप डिस्क वाले रोगियों के लिए वर्जित हैं.
5. अगर आप किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं तो सूर्य नमस्कार करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
6. सूर्य नमस्कार कम से कम पांच बार करना चाहिए लेकिन शुरुआत के समय आप इसे अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार ही करें.