scorecardresearch
 
Advertisement
लाइफस्टाइल

सर्दी-खांसी से पहले कोरोना के ये लक्षण आ सकते नजर, स्टडी में दावा

सर्दी-खांसी से पहले कोरोना के ये लक्षण आ सकते नजर, स्टडी में दावा
  • 1/6
कोरोना वायरस के आम लक्षण सर्दी, खांसी और बुखार हैं लेकिन एक नई स्टडी की मानें तो इन सबके पहले कोविड के कई मरीजों में न्यूरोलॉजिकल लक्षण दिखाई देने लगते हैं. ये स्टडी अमेरिका के नॉर्थवेस्टर्न मेडिसिन की है. मरीजों के न्यूरोलॉजिकल लक्षणों पर की गई ये समीक्षा एनल्स ऑफ न्यूरोलॉजी में प्रकाशित की गई है.
सर्दी-खांसी से पहले कोरोना के ये लक्षण आ सकते नजर, स्टडी में दावा
  • 2/6
अस्पताल में भर्ती मरीजों में से आधे में COVID-19 के न्यूरोलॉजिकल लक्षण दिखे, जिसमें सिरदर्द, चक्कर आना, असजगता, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई, गंध और स्वाद का ना महसूस होना, दौरे, स्ट्रोक, कमजोरी और मांसपेशियों में दर्द भी शामिल हैं.

सर्दी-खांसी से पहले कोरोना के ये लक्षण आ सकते नजर, स्टडी में दावा
  • 3/6
स्टडी के प्रमुख लेखक और न्यूरो-संक्रामक रोगों के नॉर्थवेस्टर्न मेडिसिन चीफ डॉक्टर इगोर कोरालनिक ने कहा, 'आम जनता और चिकित्सकों को इसके बारे में पता होना जरूरी है, क्योंकि कोरोना वायरस इंफेक्शन बुखार, कफ और सांस की दिक्कत से पहले शरीर में न्यूरोलॉजिक लक्षणों के साथ मौजूद हो सकता है.'

Advertisement
सर्दी-खांसी से पहले कोरोना के ये लक्षण आ सकते नजर, स्टडी में दावा
  • 4/6
कोरोना वायरस मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डियों, तंत्रिकाओं और मांसपेशियों सहित पूरे नर्वस सिस्टम को प्रभावित कर सकता है. डॉक्टर कोरालनिक का कहना है कि COVID के कई अलग-अलग तरीके न्यूरोलॉजिकल डिसफंक्शन का कारण बन सकते हैं. ये बीमारी खासतौर से फेफड़ों, किडनी और दिल पर ज्यादा असर डालती है लेकिन ऑक्सीजन के अभाव में इसका असर ब्रेन पर भी पड़ सकता है.

सर्दी-खांसी से पहले कोरोना के ये लक्षण आ सकते नजर, स्टडी में दावा
  • 5/6
ऑक्सीजन की कमी से क्लॉटिंग डिसऑर्डर भी हो सकता है जिसकी वजह से मरीज को इस्कीमिक या हेमरेजिक (रक्तस्रावी) स्ट्रोक भी हो सकता है. ये वायरस ब्रेन और मेनिन्जेस में प्रत्यक्ष संक्रमण का कारण हो सकता है. इसके अलावा ये इम्यून सिस्टम में सूजन पैदा कर सकता है जिसकी वजह से मस्तिष्क और तंत्रिकाएं खराब हो सकती हैं.

सर्दी-खांसी से पहले कोरोना के ये लक्षण आ सकते नजर, स्टडी में दावा
  • 6/6
डॉक्टर कोरालनिक और उनके सहयोगियों ने एक न्यूरो-कोविड रिसर्च टीम का गठन किया है और अस्पताल में भर्ती सभी कोरोना वायरस के मरीजों का गहन विश्लेषण शुरू किया है ताकि न्यूरोलॉजिकल समस्याओं के प्रकार और उनके उपचार पर काम किया जा सके.

Advertisement
Advertisement