हर इंसान की चाहत होती है कि वह अपने पार्टनर को खुश रखे और सुंतष्ट कर सके. फिजिकल रिलेशनशिप में अपनी टाइमिंग को लेकर अक्सर पुरुष सबसे ज्यादा चिंता में नजर आते हैं. बेडरूम में पार्टनर के साथ वे कितनी देर टिके? या फोरप्ले के लिए उन्होंने कितना समय लिया? इस तरह के कुछ सवाल उन्हें परेशान करते हैं.
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इंडिया टुडे सेक्स सर्वे 2019 में लोगों से जब पूछा गया कि फोरप्ले समेत वे कितनी देर टिक पाते हैं, 30 मिनट से ज्यादा या कम? इस मामले में इंदौर के लोग सबसे आगे नजर आए.
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इंदौर के 91.5% लोगों ने कहा कि वे बेडरूम में 30 मिनट से ज्यादा टिकते हैं. इस मामले में दूसरे नंबर पर जयपुर था. जहां 67.5% अपनी टाइमिंग को लेकर संतुष्ट थे.
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अहमदाबाद में 63%, भुवनेश्वर में 59.5%, चंडीगढ़ में 53.7% और मुंबई में 51.2 प्रतिशत लोगों का मानना था कि वे पार्टनर के साथ करीब 30 मिनट तक रोमांस कर सकते हैं.
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गौरतलब है कि पोर्न की तर्ज पर ये धारणा बन चुकी है कि लोग पार्टनर के साथ करीब 30-40 मिनट तक टाइम स्पेंड करें. ऐसा न होने पर अक्सर लोग चिंता में आ जाते हैं. जबकि विशेषज्ञों का शारीरिक संबंधों की क्षमताओं को लेकर कुछ और ही कहना है.
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साल 2008 में अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ में कई डॉक्टरों इस बारे में खुलकर चर्चा की थी. डॉक्टरों का मानना था कि पार्टनर के साथ संबंध की अवधि दोनों के मूड पर निर्भर करती है.
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डॉक्टर्स ने बताया कि अगर आप तीन मिनट तक सेक्स करने में सक्षम हैं तो आप को चिंतित होने की जरूरत नहीं है. अगर आपका वक्त 3 मिनट से भी कम है तो चिंता का विषय हो सकता है.
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उनके अनुसार, अगर आप 3 से 7 मिनट के बीच एजाकुलेट हो रहे हैं तो हो सकता है कि आपका पार्टनर संतुष्ट न हो. डॉक्टर्स का इशारा साफ था कि अगर आपकी पार्टनर की सेक्शुअल ड्राइव आपसे ज्यादा है तो 3-7 मिनट की अवधि कम हो सकती है.
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यही सीमा अगर आप 13 मिनट तक खींचने में सफल रहते हैं तो आप सामान्य हैं. डॉक्टर्स के मुताबिक 3-13 मिनट की अवधि वाला सेक्स सामान्य की श्रेणी में आता है.
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जिस व्यक्ति की सेक्शुअल ड्राइव अधिक होती है और वह पूरी तरह स्वस्थ हो तो यह समय सीमा 30 मिनट तक जा सकती है.
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कई भारतीय इंटरनेट की दुनिया को असल जिंदगी में जीने के दबाव में तो कुछ मजबूरी में वियाग्रा जैसी दवाइयों का ज्यादा इस्तेमाल करने लगे हैं. परफॉर्मेंस को लेकर पैदा हुए भ्रम ने लोगों को ऐसी दवाइयां लेने पर मजबूर किया है.
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इंडिया टुडे सेक्स सर्वे, 2019 में ये बात सामने आई है कि जयपुर और चंडीगढ़ जैसे शहरों में भी क्रमश: 87 और 62 फीसदी लोग सेक्स क्षमता को बढ़ाने के लिए इस तरह की दवाइयों का प्रयोग करते हैं.
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डॉ. सुधीर भंडारी कहते हैं, 'ऐसा जरूरी नहीं कि लोगों ने सिर्फ फैंटसी के लिए वियाग्रा का इस्तेमाल किया. कई लोग कहते हैं कि कैसे डायबिटीज से उनके सेक्स प्रदर्शन पर असर पड़ा है. उनकी परेशानियां जानने के बाद ही हम उन्हें इससे जुड़ी दवाएं देते हैं.'