मिडिल ईस्ट समेत पाकिस्तान, नॉर्थ अफ्रीका और अफगानिस्तान में महिलाओं के अधिकारों और उनके संरक्षण का मुद्दा उठाने वाली सामाजिक कार्यकर्ता साउद अबु-दय्यैह ने भी इसे लेकर चिंता व्यक्त की है. उनका कहना है कि ये बड़ी हैरानी की बात है कि राजनेता खुद एक ऐसे बिल की पैरवी कर रहे हैं जो महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने वाले अपराधियों का संरक्षण करता है.
(प्रतीकात्मक तस्वीर)