रिलेशनशिप के बारे में नित नए-नए शोधों का सिलसिला जारी है. एक नए शोध के मुताबिक महिलाओं को खुशमिजाज पुरुष के मुकाबले ‘बैड ब्वायज’ ज्यादा सेक्सी लगते हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक महिलाएं हमेशा खुश और मुस्कुराते रहने वाले पुरुषों को ज्यादा पसंद नहीं करती हैं.
ब्रिटिश मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, ‘यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कैलिफोर्निया’ के इस शोध के मुताबिक महिलाओं को मूडी और अकडू पुरुष ज्यादा भाते हैं.
सच तो यह है कि महिलाएं खुशमिजाज लोगों के बजाए गर्वीले, ताकतवर और मूडी दिखने वाले पुरुषों की ओर ज्यादा तेजी से आकषिर्त होती हैं.
इसके विपरित पुरुष खुशमिजाज महिलाओं को बहुत पसंद करते हैं.
शोध में 1,000 व्यस्कों को शामिल किया गया. मुख्य शोधकर्ता जेसिका ट्रेसी ने कहा कि भावनाओं को लेकर पुरूषों और महिलाओं की प्रतिक्रिया बहुत अलग थी.
पुरुषों का आनंद में ज्यादा डूबा होना भी उनके लिए खतरे की घंटी हो सकती है, क्योंकि महिलाओं को उनमें इस वजह से रुचि कम हो सकती है.
साथ ही महिलाओं को स्वाभिमानी और शक्तिशाली दिखने वाले मर्द ज्यादा पसंद आते हैं.
ब्रिटिश कोलंबिया यूनिवर्सिटी के अध्ययन के मुताबिक, महिलाओं के विपरीत मर्दों को खुश दिखने वाली महिला आकर्षित करती हैं.
पुरुषों को गर्व करने वाली और आत्मविश्वास में डूबी महिलाएं कम ही पसंद आती हैं.
शोधकर्ताओं के मुताबिक, यह पहला अध्ययन है, जिसमें मुस्कान के आकर्षण्ा के लैंगिक अंतर को समझाया गया है.
अध्ययन को अंजाम देने वाले दल की अगुवा प्रो. जेसिका ट्रेसी ने कहा, यह पहला अध्ययन है, जो गर्व और लज्जा के आकर्षण की पड़ताल करता है.
धूप सेंकने के तमाम फायदों से तो आमतौर पर लोग वाकिफ ही हैं, पर इस सूची में अब एक और फायदा जुड़ गया है.
अब वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि अगर पितृत्व का सुख हासिल करना है, तो पुरुषों को धूप सेकनी चाहिए, क्योंकि विटामिन डी शुक्राणु की गुणवत्ता बढ़ाता है.
340 पुरुषों पर किए गए एक अध्ययन में पता चला है कि धूप में बैठने पर शरीर द्वारा उत्पादित विटामिन डी शुक्राणु की गुणवत्ता में इजाफा करता है, अधिक गति से बढ़ता है और अधिक सक्रिय होता है.
अंतरराष्ट्रीय अध्ययन दल के प्रमुख शोधकर्ता मार्टिन ब्लूमबर्ग जेनसेन ने बताया, ''विटामिन डी के उच्च स्तर को पहले भी शुक्राणु की गुणवत्ता से जोड़कर देखा जाता रहा है.''
यह रिपोर्ट ह्यूमन रिप्रोडक्शन जर्नल में प्रकाशित हुई है. वैज्ञानिकों ने इसके साथ ही दंपतियों के छुटि्टयों में जाने के दौरान गर्भधारण करने तथा धूप सेकने के बीच संबंध भी कायम किया है.
हमेशा से ऐसा माना जाता रहा है कि महिलाओं की बड़ी-बड़ी आंखें पुरुषों को ज्यादा आकर्षित करती हैं. अगर इन आंखों में शर्म और हया हो, तो बात ही क्या?
इसी तरह मदमस्त होठों वाली स्त्रियां भी पुरुषों को खूब भाती हैं. लाल सुर्ख होठों को देखकर उससे रस चुराने को पुरुषों मन मचल उठता है. सीधे-सीधे कहें, तो अन्य बातों के अलावा महिलाओं की आंखें और होठ पुरुषों के दिल पर गहरी छाप छोड़ती हैं.
अगर आपका मानना है कि लड़कियों को माचो-मैन पसंद आते हैं, तो आप एक बार फिर विचार कीजिए. महिलाओं को चॉकलेटी चेहरे वाले पुरुष अधिक आकषर्क लगते हैं.
न्यूयार्क और प्रिंसटन विश्वविद्यालयों के मनोविज्ञानियों ने पाया है कि अधिकांश महिलाएं चॉकलेटी चेहरे और सांवले चेहरे वाले पुरुषों को पसंद करती हैं.
डेली मेल के अनुसार, अध्ययन में यह भी पाया गया है कि बड़ी आंखों वाली और भरे-भरे होठों वाली स्त्रियां पुरुषों की पहली पसंद हैं.
लड़कों की तुलना में लड़कियों के लिए उम्र के साथ बढना ज्यादा मुश्किल भरा काम होता है. इस प्रक्रिया में उनके बीमार पड़ने की आशंका ज्यादा होती है.
‘द ऑब्जर्वर’ के मुताबिक, शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन को अंजाम दिया और पाया कि कम उम्र की लड़कियां वजन घटाने के लिए अक्सर खाना नहीं खातीं और अक्सर लड़कों की बजाए ज्यादा स्मोक और ड्रिंक करती हैं.
अध्ययन में बताया गया है कि ब्रिटेन में ज्यादातर लड़कियां ‘कम उम्र के गुस्से’ का शिकार हैं और नौ लाख के करीब लड़कियों ने कहा कि वे ‘दुखी और हताश’ हैं.
शोधकर्ताओं के मुताबिक, ये समस्याएं आर्थिक तौर पर कमजोर लड़कियों में ज्यादा पाई गईं. वे सेलिब्रिटी कल्चर से ज्यादा प्रभावित हैं और अपने लुक को लेकर परेशान रहती हैं.
थिंकटैंक डेमोस के अध्ययन के अनुसार, लड़कियां जल्द कौमार्य खत्म होने का भी दवाब महसूस करती हैं.
आखिरकार एक नए अध्ययन में उस बात की पुष्टि हो ही गई, जिसकी शिकायक अक्सर मर्द करते थे कि ‘उन्मादी’ महिलाएं झगड़ों को दिल से लगा बैठती हैं.
ग्रनाडा विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने इस अध्ययन को अंजाम दिया और पाया कि झगड़े में महिलाएं मर्दों की बनिस्पत ज्यादा दुखी हो जाती हैं.
रिपोर्ट में बताया गया है कि स्पेनी अध्ययन के मुताबिक, जब किसी युगल में विवाद होता है, तो महिलाएं पुरुषों की तुलना में ज्यादा भावुक हो जाती हैं.
हालांकि अध्ययन में पाया गया कि संबंधों में तकरार की वजहों के पीछे अक्सर मर्दों का हाथ होता है, क्योंकि वे अपनी भावनाओं को ज्यादा मजबूती से व्यक्त करते हैं.