हेबा का कहना है, 'जर्मनी की मीडिया जिन मेल सेक्स वर्कर्स को लोगों के लिए खतरा बता रही है, दरअसल वो हालातों के सताए हुए अफगानी और ईरानी शरणार्थी हैं. हेबा ने अपने एक फारसी भाषा के जानकार दोस्त के साथ यहां आने वाले लोगों से उनका नजरिया जानने की भी कोशिश की.
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