आपने अक्सर लोगों को ये कहते सुना होगा की शादी के बाद जिंदगी पूरी तरह बदल जाती है. पर क्या ये वाकई सच है? पहले तो ये जान लेना बहुत जरूरी है कि जिंदगी बदल जाने का मतलब नकारात्मक ही हो, ये जरूरी नहीं. ये बदलाव सकारात्मक भी हो सकता है.
शादी होने के साथ ही दो लोग, दो परिवार एक हो जाते हैं. हो सकता है आपके और आपके पार्टनर के बीच तालमेल इतना अच्छा हो की जिंदगी की हर मुश्किल छोटी नजर आने लगे पर ऐसा ही हो ये जरूरी नहीं. कई मामलों में दो लोगों के बीच तालमेल नहीं बन पाता और जिंदगी बोझ लगने लग जाती है. पर कोई भी स्थिति एक दिन में पैदा नहीं होती. आप दोनों के बीच सबकुछ सही नहीं है तो इसके लक्षण शुरुआत में ही नजर आने लगेंगे. अगर आपके साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा है तो ये आपके लिए संभलने का वक्त है. इससे पहले की सबकुछ बर्बाद हो जाए, स्थिति को संभाल लेना बेहतर रहेगा.
1. पैसे की बात पर लड़ाई
क्या आप दोनों के बीच हर रोज पैसे बचाने और खर्च करने की बात पर बहस होती है? क्या आप दोनों के बीच पैसों को लेकर तालमेल नहीं बन पा रहा और इसकी वजह से घर का बजट बिगड़ रहा है? अगर हां, तो ये आपके लिए संभलने का वक्त है.
2. क्या आपका पार्टनर दूसरों को ज्यादा तवज्जो देता है?
क्या आप दोनों के बीच एक खालीपन है? क्या आपके साथ ऐसा होता है कि आप अपने पार्टनर के साथ बैठे होते हैं और वो मोबाइल पर दूसरों से बात करने में बिजी रहता है? उसे इस बात से फर्क नहीं पड़ता है कि आप उसके साथ बैठे हैं और आप दोनों एक अच्छा वक्त बिता सकते हैं? अगर आपके घर में भी ऐसा होना रोज की बात हो चुकी है तो बेहतर होगा, संभल जाइए.
3. क्या आप दोनों की सोच अलग है?
आपको घूमना पसंद है और आप किसी दिन बाहर घूमने का प्लान बनाते हैं लेकिन आपका पार्टनर जाने से मना कर देता है. अगर आपके साथ भी ऐसा होता है कि आप और आपके पार्टनर के बीच किसी भी प्लान को लेकर एक सोच नहीं बन पाती है तो अपने रिश्ते को लेकर फिक्रमंद हो जाइए.
4. क्या आपका पार्टनर रात का वक्त दोस्तों के साथ बिताना पसंद करता है?
क्या आपका पार्टनर रात में अपने दोस्तों के साथ रहना पसंद करता है? क्या ये उसकी आदत बन चुकी है? अगर हां, तो समझ लीजिए की आप दोनों के बीच सबकुछ ठीक नहीं है और वो आपको नजरअंदाज कर रहा है.
5. आपके बीच अब वो बात नहीं?
अगर आप दोनों के बीच अब वो पहले वाला प्यार नहीं रह गया है और आपके पार्टनर को आपमें कोई रूचि नहीं रह गई है तो ये वक्त सोचने का है.