प्यार के रिश्ते कभी हमें हिम्मत देते हैं तो कई बार यही नाते हमें अंदर तक तोड़ देते हैं. हर प्यार भरा रिश्ता नोंक झोंक और तकरार भरा होता है जिसमें बहुत प्यार छिपा होता है. हमारे इसी सुख दुख की कहानियों को हम कई फिल्मी पर्दे पर भी देखते हैं और उनसे जुड़ा महसूस करते हैं. ऐसा इसलिए भी होता है क्योंकि रील और रियल लाइफ में बहुत ज्यादा अंतर नहीं होता है.
प्यार और फैमिली पर बनी न जानें कितनी फिल्मों ने हमारे दिल को छुआ है. हाल में आई फिल्म 'सुल्तान' में भी ऐसी ही एक लव स्टोरी दिखाई गई है जो हमें रिश्तों को जोड़े रखने के कई मायने सिखाती है. यूं तो ज्यादातर लोग इसे सलमान के फैन होने के नाते देखने गए हैं और शायद देखने जाएंगे भी लेकिन सलमान के अलावा भी इस फिल्म बहुत कुछ है. आरफा की हिम्मत और सुल्तान के जज्बे की इस कहानी में एक टूटे हुए रिश्ते की फिर से जी उठने की कहानी भी देखने लायक है.
आइए जानें, ये पांच बातें जो आरफा और सुल्तान के प्यार से सीखने को मिलती हैं...
1. आरफा से सच प्यार सुल्तान को उसके लक्ष्य से जोड़ देता है और वह एक नकारे लड़की की छवि से निकलकर एक कामयाब आदमी बन जाता है. इसलिए तो कहते हैं सच्चा प्यार आपको फर्श से उठाकर अर्श पर पहुंचा देता है.
2. सुल्तान दिल टूटने के बाद भी प्यार करना नहीं भूलता और जब वह पहली पहलवानी प्रतियोगिता जीतता है तो उसका श्रेय वह आरफा को देता है क्योंकि उसके कड़वे शब्दों ने ही उसे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया था और वह इस बात को अच्छी तरह समझता है.
3. प्यार और प्रोफेशनल जिंदगी में दोनों का तालमेल तब तक अच्छा चलता है जब तब दोनों एक दूसरे का सम्मान करते हैं. जैसे ही ये एक धागा टूटता है उनका रिश्ता भी बिखर जाता है. इसलिए अपने रिश्ते में इस कड़ी को कमजोर न पड़ने दें और अपने साथी का और उसकी बात का हमेशा सम्मान करें.
4. एक मोड़ पर आकर दोनों का रिश्ता खत्म हो जाता है लेकिन प्यार बरकरार रहता है. इसका कारण होता है उनकी चुप्पी. जब कभी ऐसा हो तो चुप न रहें बलिक अपने दिल की सारी बातें अपने साथी से कह डालें.
5. सच्चा प्यार कभी हार नहीं मानता और ऐसा ही होता है आरफा-सुल्तान की प्रेम कहानी में. जब सुल्तान को आरफा के साथ और प्यार की जरूरत होती है तो वह सबकुछ भूलकर वापस आती है. उसकी सारी गलतियों को माफ करके उसका साथ देती है और सुल्तान भी अपनी गलती के लिए उससे माफी मांगता है. इसलिए हमेशा अपने साथी को माफ करना सीखें और उसकी गलतियों का उसे एहसास भी कराएं.