रिश्ता चाहे पति-पत्नी का हो या प्रेमी-प्रेमिका का, एक-दूसरे की इज्जत करना बहुत जरूरी होता है. किसी भी रिश्ते में प्यार और भरोसे के अलावा यह भी महत्वपूर्ण माना जाता है कि आप सामने वाले की कितनी इज्जत करते हैं. अधिकतर मामलों में देखा जाता है कि लोगों के बीच लड़ाई-झगड़ों का मुख्य कारण एक-दूसरे को सम्मान देना ना होता है. हाल ही में एक ऐसा ही मामला सामने आया है. एक महिला ने अपने ब्वॉयफ्रेंड को लेकर कुछ बातें बताई हैं आइए जानते हैं क्या है महिला की रिश्ते से जुड़ी उलझन और एक्सपर्ट की राय-
ये है पूरा मामला-
महिला ने बताया कि हम दोनों ही 27 साल के हैं और हमारे तीन बच्चे हैं, जिनकी उम्र 6 साल के अंदर है. महिला ने कहा कि उसका ब्वॉयफ्रेंड काफी मेहनत करता है लेकिन बच्चे अभी काफी छोटे हैं, ऐसे में मुझे भी काफी काम करना पड़ता है.
महिला ने बताया कि हम दोनों दोस्तों की तरह हैं जो साथ में रहते हैं. '' हमारे बीच बहुत सी दिक्कते हैं, लेकिन उसे लगता है कि ये दिक्कतें मेरी वजह से आ रही हैं, क्योंकि मैं उसके साथ फिजिकल रिलेशन नहीं बनाती.''
महिला ने अपने मन की बात बताते हुए कहा कि असल में बात यह है कि मैं उससे काफी ज्यादा परेशान हो चुकी हूं, क्योंकि वह किसी भी चीज में मेरा साथ नहीं देता, यहां तक कि वह बच्चों को संभालने में भी मेरी मदद नहीं करता. मैं बच्चों की देखभाल से लेकर खाना बनाना और साफ-सफाई समेत सभी काम अकेले करती हूं.
महिला ने कहा कि एक बार मैंने उसे संडे के दिन बच्चों के साथ सुबह जल्दी उठने के लिए बारी लगाने को कहा. जिस भी संडे को मेरी बारी लेट से उठने की होती है तो वह मेरे आगे पैसे (20 यूरो) फेंककर चला जाता है.
महिला ने बताया कि जिस संडे को मेरी आराम करने की बारी होती है, वह उससे पहले शनिवार के दिन अपने दोस्तों के साथ बाहर चला जाता है ताकि उसे संडे जल्दी ना उठना पड़े.
अपनी पेरशानी बताते हुए महिला ने कहा कि ब्वॉयफ्रेंड के लापरवाह रवैये को देखते हुए मैंने उसे काउंसलिंग का भी सुझाव दिया. इस पर उसने मुझसे कहा कि मैं मेहमान बनकर ही रहूं और अपनी सेक्स ड्राइव पर ध्यान दूं.
ये है एक्सपर्ट की राय
एक्सपर्ट का कहना है कि कपल के बीच कम्युनिकेशन गैप है और दोनों ही एक-दूसरे की बात नहीं सुनना चाहते. आप अपने बच्चों की देखभाल के लिए उनका साथ चाहती हैं और वह चाहते हैं कि आप उनके साथ फिजिकली एक्टिव रहें.
जरूरी है कि आप उनके साथ बैठकर अपनी सभी परेशानियों के बारे में बताएं ताकि वह आपको समझें और बच्चों का ख्याल रखने में आपकी मदद करें. साथ ही उन्हें कहें कि वह आपको एक दिन का आराम दें ताकि आप बाकी चीजों पर भी ध्यान दे सकें और फ्रेश फील करें.