अगर आपको ऐसा लगता है कि आपकी गर्लफ्रेंड आपके साथ अब ज्यादा वक्त नहीं बिताती, फिर भी आपसे 'ऑफिशियली ब्रेक अप' करने से बच रही है', तो आपके लिए ये अलार्मिंग सिग्नल है.
इन पांच संकेतों से जानें कि क्या वाकई आपकी गर्लफ्रेंड आपका इस्तेमाल कर रही है?
1. वो बार बार कहे, 'मुझे स्पेस चाहिए'
अगर आपकी दोस्त मुसीबत पड़ने पर आपको याद करे तो खुद को भाग्यशाली समझिए. उसकी मदद भी करिए. लेकिन अगर परेशानी से बाहर आते ही वो
आपको नजरअंदाज करने लगे, बातचीत कम कर दे और अगला शिद्दत भरा कॉल तभी आए जब उसे आपकी मदद की जरूरत हो तो मान लीजिए आप
उसके लिए एक टिश्यू पेपर से ज्यादा कुछ नहीं.
2. फ्रेंड्स विथ एक्ट्रा बेनेफिट्स...
आप जिस लड़की को बेइंतेहा प्यार करते हों, अगर वो आपको पब्लिक प्लेस में गले से लगा ले तो ये समझने की भूल मत कर लीजिएगा कि वो भी आपको
उसी लगन से प्यार करती है. हो सकता है कि उसके लिए आप बस 'जस्ट फ्रेंड हो'. इस बात पर गौर करें कि क्या उसने कभी आपसे आपके बारे में अपनी
फीलिंग शेयर की है? ये भी हो सकता है कि वो अपनी सहूलियत के हिसाब से आपको हक जमाने का मौका दे रही हो.
3. दोस्तों के बीच करे नजरअंदाज
एक लड़की डर और लिहाज से भले ही अपने ब्वॉयफ्रेंड का जिक्र परिवार के सामने ना करे, लेकिन दोस्तों से कैसा डर? इसलिए अगर आपकी गर्लफ्रेंड अपने
दोस्तों से भी आपको मिलवाने से कतराए या पार्टी में आपको अवॉयड कर दोस्तों के साथ बिजी हो जाए तो मान लीजिए वो आपके साथ कंफर्टेंबल नहीं है.
भलाई इसी में है कि वक्त रहते आप खुद उससे दूरी बना लें.
4. उसे 'बेनेफिट ऑफ डाउट' देना बंद करें
अगर आपको ऐसा लग रहा है कि कोई लड़की आपके करीब होते हुए भी आपको पूरा हक नहीं दे रही है तो सबसे पहले ये पता करें कहीं वो आपके
साथ रिबाउंड डेटिंग तो नहीं कर रही? हो सकता है कि किसी से ब्रेक अप के बाद वो आपके करीब आई हो और आपके साथ वक्त बिताना उसे अच्छा लग
रहा हो.
अगर ऐसा है तो इस बात की पूरी गुंजाइश है कि वो आपसे प्यार नहीं करती. वो आपके करीब इसलिए भी हो सकती है क्योंकि वो खुद को किसी से दूर रखना चाहती है. इसलिए खुद को ये दिलासा देना बंद करें कि आपके साथ रिश्ते को लेकर वो कंफ्यूज है. याद रखिए या तो वो आपसे प्यार करती है या प्यार नहीं करती. इस दो जवाब के बीच कंफ्यूजन की कोई जगह नहीं है.
5. वो बस अपनी कहती है, आपकी सुनती नहीं
कभी शांत मन से ये सोचिएगा कि आखिरी बार आपकी गर्लफ्रेंड ने कब आपके साथ बैठकर आपकी परेशानी डिस्कस की थी? कहीं ऐसा तो नहीं कि जब
आपको ईमोशनली उसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी वो आपके आस पास थी ही नहीं. अगर ऐसा लगातार कई बार हुआ है तो वक्त सावधान होने का है.
रिश्ते में भरोसे का कोई विकल्प नहीं है. लेकिन अगर दो लोगों के बीच दूरी बढ़ने लगे या कोई कंफ्यूजन हो तो आगे बढ़ने से पहले बेहतर होगा कि आप इन पांच पैमानों पर अपने रिश्तों का आंकलन जरूर कर लें.