भगवान शंकर और पार्वती की जोड़ी को सबसे उत्तम माना गया है. मां पार्वती ने भगवान शंकर को पति के रूप में पाने के लिए घोर तपस्या की और उसके बाद ही जन्म-जन्मांतर के लिए भगवान शंकर को पा सकीं. ऐसी मान्यता है कि अगर आज हरतालिका तीज के दिन मां पार्वती और भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने वाली महिलाओं को सौभाग्य और सदा सुहागन रहने का वरदान मिलता है. वहीं कुंवारी कन्याओं को उनके इच्छा के अनुरूप वर का वरदान मिलता है.
हरितालिका तीज का व्रत विशेषतौर पर विवाह और वैवाहिक संबंधों को उत्तम बनाने वाला पर्व है. इसलिए वैवाहिक जीवन में कोई परेशानी चल रही हो या पति से बार-बार अनबन हो जाती हो, इस दिन छोटे से उपाय से विवाह से जुड़ी हर समस्या का समाधान पाया जा सकता है. आज कल एक समस्या आम है और वो है विवाह योग्य उम्र होने के बावजूद रिश्ता तय ना हो पाने की समस्या. अगर आपका रिश्ता भी बार-बार तय होकर टूट जाता हो तो हरितालिका तीज के दिन ये उपाय करें.
तय विवाह बार-बार टूटता हो तो ये उपाय करें...
- सुबह से निर्जल या फलाहार पर उपवास रखें
- प्रदोष काल में पीले वस्त्र धारण करके शिव जी के मंदिर जाएं
- शिव लिंग पर सफेद चन्दन और जल अर्पित करें और पार्वती जी को कुमकुम अर्पित करें
- इसके बाद मंदिर में ही "ॐ पार्वतीपतये नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें
- चढ़ाया गया कुमकुम अपने पास रख लें और नियमित रूप से स्नान के बाद इस सिंदूर का टीका लगाते रहें
शादीशुदा रिश्तों में प्रेम और समर्पण की कमी से भी मुश्किलें बढ़ने लगती हैं. अगर आपकी शादी हो गई है, लेकिन पति से प्रेम नहीं मिलता और मामला सुलझने की बजाय आप दोनों के बीच दूरियां बढ़ती ही जा रही हैं तो हरतालिका तीज के दिन आपकी इस परेशानी का भी अंत हो सकता है. पूरी श्रद्धा और निष्ठा से ये उपाय करें...
अगर पति से प्रेम ना मिल पा रहा हो तो...
- दिन भर निर्जल या फलाहार पर उपवास रखें
- शाम के समय सम्पूर्ण श्रृंगार करके शिव जी के मंदिर जाएं
- शिव जी को इत्र और जल अर्पित करें और पार्वती जी को सिन्दूर और चुनरी अर्पित करें
- इसके बाद "ॐ गौरीशंकराय नमः" का 108 बार जाप करें
- अर्पित की गई चुनरी में 11 रुपये बांधकर हमेशा अपने पास रखें
आज के दौर में जहां ज्यादातर पति-पत्नी दोनों नौकरी करते हैं वहां भी आपसी विवाद बढ़ने लगता है. कई बार नौकरी अलग-अलग शहरों में होने पर अलग रहना भी पड़ता है. अगर आपके रिश्ते में भी ऐसे कारणों से विवाद बढ़ रहा है तो ध्यान से कीजिए ये उपाय...
अगर पति-पत्नी में अलग रहने से दूरियां आ गई हो तो...
- सुबह से निर्जल या जल पीकर उपवास रखें
- प्रदोष काल में सम्पूर्ण श्रृंगार करें और शिव जी के मंदिर जाएं
- मंदिर में घी का एक चौमुखी दीपक जलाएं
- शिव जी को चन्दन और पार्वती जी को सिन्दूर और लाल चूड़ियां अर्पित करें
- इसके बाद " नमः शिवाय" मंत्र का 108 बार जाप करें
- चूड़ियों को प्रसाद स्वरूप अपने साथ लाएं और हमेशा इन्हें पहने रहें