अब तक हम यही सुनते आए हैं कि जब मामला प्यार का हो तो लंबाई, चमड़े की रंगत, आंखों का रंग, बालों का रंग, भाषा वगैरह से कुछ फर्क नहीं पड़ता. लेकिन एक ताजा अध्ययन ने इस अवधारणा को गलत साबित कर दिया है. इस अध्ययन के मुताबिक महिलाएं स्त्रीत्व तथा संरक्षण के चलते लंबे पुरुषों की तरफ अधिक आकर्षित होती हैं.
टेक्सास स्थित राइस विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र के प्राध्यापक माइकल इमरसन, एलिन और ग्लैडिस क्लाइन ने कहा कि विकासात्मक मनोविज्ञान सिद्धांत के अनुसार मानव में अपने जोड़ीदार के चुनाव में समानता सबसे बड़े कारक की भूमिका अदा करता है.
इस अध्ययन में दिए गए आकड़ों के अनुसार किसी महिला के लंबे पुरुष की ओर आकर्षित होने के पीछे संरक्षण की चाह और स्त्रीत्व का भाव काम करता है. अध्ययन में एक महिला के हवाले से कहा गया है कि लड़की होने के नाते, मैं एक ही समय में खुद को नाजुक और सुरक्षित महसूस करना पसंद करती हूं. अपने प्रेमी की निगाह में खुद को नीचा सोचते हुए अजीब लगता है.
महिला ने आगे कहा कि मैं भी उसे अपनी बाहों में लेना चाहती हूं और उसके गले में अपनी बाहें डालना चाहती हूं. पुरुषों को हालांकि लंबाई को लेकर प्रेम संबंध के बारे में कुछ कहते कम ही सुना गया है और जो कहते भी हैं वे कम लंबाई की महिला को ही प्राथमिकता देते सुने गए हैं.
हालांकि वे इतनी छोटी महिला के साथ भी प्रेम नहीं करना चाहते, जिसके साथ शारीरिक तालमेल न बैठ सके. उत्तरी टेक्सास विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र के प्राध्यापक जॉर्ज यांसी के अनुसार अब तक ऐसा माना जाता रहा है कि लंबा होना पुरुषों के व्यक्तित्व में सकारात्मकता लाता है, जबकि महिला लंबी हो तो उसके लिए यह किसी निजी जिम्मेदारी की तरह हो जाती है.
यह अध्ययन शोध पत्रिका 'फेमिली इश्यूज' के ताजा अंक में प्रकाशित हुआ.