दिल के मामले हृदय के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं. यूनिवर्सिटी ऑफ उटा द्वारा किए गए अध्ययन में यह बात पता चली है कि आपके साथी का सहयोगात्मक रवैया और आपका अपने साथी के प्रति सहयोगात्मक रवैया आप दोनों के हृदय के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण रूप से लाभकारी सिद्ध हो सकता है.
अध्ययन में पता चला है कि पति और पत्नी दोनों को एक दूसरे से मिलने वाला सहयोग जो कभी मददगार भी हो सकता है और कभी परेशानी का कारण भी बन सकता है, इससे दोनों का कोरोनरी अर्टरी कैल्किफिकेशन (सीएसी) स्तर उच्च हो जाता है.
उटा विश्वविद्यालय के मनोवैज्ञानिक बर्ट उचीनो कहते हैं कि एपीडेमियोलॉजिकल शोध से यह पता चलता है कि हमारे रिश्ते मृत्यु के विशेषकर हृदय संबंधी रोगों के भविष्यवक्ता होते हैं. उचीनो और उनके सहयोगियों तिमोथी स्मिथ एवं सैंथिया बर्ग ने यह पता लगाने की कोशिश की कि रिश्तों की गूढ़ता हृदय के स्वास्थ्य को किस तरह प्रभावित करती है.
अध्ययनकर्ताओं ने 136 उम्रदराज दंपतियों और युगलों को कुछ प्रश्नावली हल करने को दी, जिसमें उनके वैवाहिक रिश्ते और उनके आपसी सहयोग से संबंधित प्रश्न पूछे गए थे. अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि 30 प्रतिशत लोगों ने अपने साथी के सहयोगात्मक रवैया रखने का जिक्र किया था, जबकि 70 प्रतिशत लोगों ने कभी मददगार और कभी रूखे व्यवहार का जिक्र किया.
उन्होंने पाया कि जिन युगलों ने अपने साथी का व्यवहार मिश्रित होने का जिक्र किया था, उनका सीएसी स्तर उच्च था. पत्रिका साइकोलॉजिकल साइंस में छपे लेख के अनुसार, किसी युगल का आपसी रिश्ता और एक दूसरे के प्रति व्यवहार दोनों के हृदय स्वास्थ्य को प्रभावित करता है.