अगर आपके जीवन में सेक्स जैसी मूलभूत आवश्यकता पीछे छूटती जा रही है या आपका पार्टनर आपसे निगाहें चुराने लगा है. या फिर आपके संबंधों में मिठास खत्म हो चुकी है तो एक बार अपने घर, अपने बेडरूम और संबंध बनाने की दिशा के वास्तु की जांच जरूर करा लें. क्योंकि प्रसिद्ध वास्तुशास्त्री नरेश सिंगल के अनुसार इसके पीछे कारण वास्तु दोष है.
सिंगल का कहना है कि वास्तु का सेक्स से गहरा संबंध है. दांपत्य जीवन की बुनियाद ही सेक्स पर टिकी है और आजकल तेजी से टूटते रिश्तों का मूल कारण भी पति-पत्नी के बीच सेक्स संबंध की कमी ही है. नरेश सिंगल के अनुसार सेक्स संबंध में कमी या यौन अतृप्ति का भी सीधा संबंध वास्तु दोष से है.
सिंगल के अनुसार सेक्स और प्रेम संबंधों में ताजगी बनाए रखने में वास्तु महत्वपूर्ण होता है. अगर आपके घर का उत्तर-पश्चिम (NW), दोषपूर्ण है तो आपकी सेक्स के प्रति रूचि घट जाती है. यही नहीं अगर आपके घर और बेडरूम की दीवारों पर गलत रंग है, जिस प्लॉट में आपका मकान बना है उसका और आपके बेडरूम का सही आकार न होना आदि कई कारण हैं जो आपके जीवन में कड़वाहट पैदा करने और एक्सट्रा मेरिटल अफेयर्स का कारण बनते हैं.
सिंगल के अनुसार अगर आप अपने बेड के नीचे या उसके रैक में जूते-चप्पल रखते हैं तो वह पति-पत्नी के रिश्ते के लिए ठीक नहीं होता. इसके अलावा सुखी वैवाहिक जीवन के लिए अगर आपके पास डबल बेड है तो उसमें एक ही बड़ा वाला मैट्रेस बिछाएं अगर यह संभव न हो तो दोनों मैट्रेस के बीच में कोई मोटा मैट बिछाएं और उसके बाद उनके ऊपर चादर बिछाएं. ऐसा न होने पर पति-पत्नी के बीच झगड़े की संभावना हमेशा बनी रहती है. बेडरूम में तीन ऑब्जेक्ट न लगाएं, जैसे तीन फूल, तीन कैंडल आदि.
सिंगल के अनुसार पति-पत्नी को अपने सिर की तरफ पानी नहीं रखना चाहिए और उनके बेडरूम की दीवारों का रंग हल्का और रुहानी होना चाहिए न कि चटख. संबंधों का भरपूर लुत्फ उठाने के लिए पति-पत्नी को कमरे के दक्षिण-पश्चिम (SW) दिशा में संबंध बनाना चाहिए. इसके अलावा अगर आपके घर का उत्तर-पूर्व (NE) नहीं है या कटा हुआ है या गोलाकार में है या दोषपूर्ण है तो इससे संतान प्राप्ति में दिक्कत आती है और अगर संतान हो भी तो वह दोषपूर्ण हो सकती है.