पुरुषों के मां बनने को लेकर अब लोगों की धारणा बदल रही है. बदलते वक्त के साथ ऐसे लोगों के सामाजिक जीवन में भी सुधार हुआ है. एक ऐसे ही पुरुष ने बच्चे को जन्म देने की कहानी का अनुभव बताया है.
कुछ लोगों के अंदर भावनाएं स्त्री की होती है लेकिन वे जन्म पुरुष की शरीर में ले लेते हैं. इसी तरह कुछ लोगों की भावनाएं पुरुष की होती हैं लेकिन स्त्री के शरीर में जन्म हो जाता है. इन्हें ट्रांसजेंडर कहते हैं. लंदन के जेसन बार्कर का जन्म लड़के के शरीर में हुआ था लेकिन भावनाएं लड़की की थीं.
जेसन बार्कर ने एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाई है जिसमें उन्होंने अपने ट्रांसजेंडर होने के साथ-साथ बच्चे को जन्म देने के अनुभवों को कैमरे के जरिए फिल्माया है. इस फिल्म के लिए जेसन बार्कर को बहुत सराहना मिल रही है.
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जेसन ने 'द गार्जियन' के साथ एक इंटरव्यू में बताया कि, यह उनके लिए सुखद अनुभव था. उन्होंने कहा, 'बच्चे को गोद में पालना चुनौतीपूर्ण था लेकिन मैं चाहता था कि बच्चो को जन्म दूं. जब मेरा पेट भारी था तो लोग मुझे मोटा बुलाते थे और कमेंट करते थे. कोई बस में मुझे सीट नहीं देता था. मुझे यह कहते गुए गर्व है कि मैं पुरुष हूं और गर्भवती भी. मैं गर्भवती हूं फिर भी पुरुष हूं.'
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जेसन बार्कर का मानना है कि गर्भधारण का लिंग से कोई लेना-देना नहीं है. शरीर एक खूबसूरत चीज है. मैं जैसा हूं बिल्कुल ठीक हूं और ऐसा ही रहना चाहता हूं.