एक नई रिसर्च के अनुसार सेक्स टॉय शेयर करने वाली महिलाएं अपने पार्टनर को खतरे में डाल सकती हैं. कैंसर फैलाने वाले ह्युमन पैपिलोमावाइरस (एचपीवी) से ग्रसित महिलाएं अंतरंग संबंध के दौरान जब अपने सेक्स टॉय शेयर करती हैं तो उनके पार्टनर के लिए खतरा बढ़ जाता है. शोधकर्ताओं ने 12 महिलाओं को दो-दो वाइब्रेटर दिए और तुरंत एचपीवी पॉजिटिव सभी 9 महिलाओं के कम से कम एक वाइब्रेटर में यह वायरस पाया गया.
इंडियानापोलिस में इंडियाना युनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन की प्रमुख शोधकर्ता डॉक्टर टेरेसा एंडरसन ने बताया कि यह छोटा शोध यह पता लगाने के लिए किया गया था कि क्या वाइब्रेटर्स दो सेक्स पार्टनर्स के बीच वाइरस फैलाता है या नहीं.
डॉक्टर एंडरसन के बताया कि दो एक ही लिंग के पार्टनर्स के बीच इस्तेमाल होने वाले सेक्स टॉय में एचपीवी फैलाने की पूरी संभावना होती है. उन्होंने कहा कि सेक्स टॉय को साफ करने से एचपीवी डीएनए की संख्या कम हो जाती है और इससे वाइरस के फैलने की संभावना में भी कमी आती है.
अमेरिका में सबसे ज्यादा फैलने वाला सेक्सुअल इंफेक्शन जनन संबंधी एचपीवी ही है. यह बहुत व्यापक है और यहां तक कि इसे सेक्सुअल एक्टिव वर्ल्ड में कॉमन कोल्ड के नाम से जाना जाता है. हालांकि एचपीवी हानिरहित भी हो सकता है, लेकिन कई बार इससे गांठ या कैंसर भी हो सकता है.
अमेरिकी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) का अनुमान है कि इस वाइरस से हर साल करीब 27000 अमेरिकी सर्वाइकल, योनिमुख, वैजाइनल, गुदा, पुरुष जननांग, सिर और गर्दन के कैंसर से ग्रसित हो जाते हैं.
सीडीसी ने तो लड़कियों को दो में से एक सीरीज के वैक्सीनेशन की सलाह दी है, जो उन्हें सर्वाइकल कैंसर फैलाने वाले एचपीवी से बचाव देगा. प्रतिरक्षण क्षमता बढ़ाने के लिए दबाव के बावजूद 2012 में अमेरिका की 13 से 17 साल तक की उम्र की 54 प्रतिशत से कम लड़कियों ने इस तरह का वैक्सीनेशन कराया.