अगली बार जब आप अपने पार्टनर से बहस कर रहे हों तो सॉरी कहने के बजाए अपने रिश्ते को मजबूती देने की कोशिश करें.
अमेरिका की बेलौर यूनिवर्सिटी की एक नई रिसर्च से पता चला है कि माफी मांगने की जगह अपने साथी को कुछ अधिकार और स्पेस देनी चाहिए. इसमें पार्टनर को आजादी देना, गलतियां कबूल करना, पार्टन का आदर करना और सुलह करने की इच्छा शामिल है.
डेली मेल के मुताबिक अमेरिका के टेक्सास की बेलौर यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर कीथ सैनफोर्ड ने यह रिसर्च की है. रिसर्च के नतीजे शादीशुदा कपल्स पर किए गए दो अध्ययनों पर आधारित हैं.
पहले अध्ययन में 18 से 77 साल के 455 शादीशुदा कपल्स को शामिल किया गया. कपल्स से कहा गया कि वे अपने बीच चल रहे किसी मुद्दे के समाधान को लेकर एक लिस्ट बनाएं. इसमें छोटे-मोटे मतभेदों और गलतफहमी से लेकर बड़ी बहस तक शामिल थी.
दूसरे अध्ययन में 19 से 81 साल के 498 शादीशुदा कपल्स शामिल थे. इसके बाद यह देखा गया कि झगड़े सुलझाने के लिए पहले अध्ययन में से जो समाधान सामने आए थे उनमें से कितने ऐसे समाधान थे जो दूसरे अध्ययन में शामिल लोग भी चाहते हैं.
सैनफोर्ड के मुताबिक दूसरे अध्ययन के परिणाम भी पहले अध्ययन जैसे ही थे. उन्होंने कहा, 'बहस के दौरान कपल्स एक-दूसरे से क्या चाहते हैं यह उनकी अंतर्निहित चिंता और टकराव से निपटने के तरीकों पर निर्भर करता है. मसलन, अगर पति इस बात को लेकर चिंतित है कि उसकी पत्नी को लगता है कि वह उसे अनदेखा कर रहा है तो वह उसके लिए फूल खरीदकर इस गलतफहमी को दूर करने की कोशिश करेगा.'
सैनफोर्ड ने कहा, 'लेकिन अगर पार्टनर को लगता है उनके रिश्ते को खतरा है तो यहां पर फूल काम नहीं करेंगे.'
इसके अलावा रिसर्च में शामिल लोगों ने यह भी कहा कि साथी के साथ ज्यादा समय बिताना चाहिए, विरोधात्मक रवैया छोड़ देना चाहिए, एक-दूसरे से ज्यादा बात करनी चाहिए और साथी के प्रति स्नेह जताना चाहिए. इस लिस्ट में माफी आखिरी नंबर पर थी.