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अक्सर होठों के जरिए ही परवान चढ़ता है प्यार

बात चाहे पहली नजर में प्यार की हो या लंबे वक्त के दौरान आहिस्ता-आहिस्ता परवान चढ़ने वाले प्रेम की हो, होठ अक्सर इसमें बड़ा रोल निभाते हैं. पूरे चेहरे में आंखों के बाद अगर कोई अंग सबसे ज्यादा ध्यान खींचता है, तो वह है होठ.

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Symbolic Image
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बात चाहे पहली नजर में प्यार की हो या लंबे वक्त के दौरान आहिस्ता-आहिस्ता परवान चढ़ने वाले प्रेम की हो, होठ अक्सर इसमें बड़ा रोल निभाते हैं. पूरे चेहरे में आंखों के बाद अगर कोई अंग सबसे ज्यादा ध्यान खींचता है, तो वह है होठ.

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होठ चाहे सुर्ख हों या गुलाबी, आश‍िकों को खूब तरसाते हैं. यही वजह है कि आंखों में सुरमा चाहे लगे या नहीं, पर होठों पर करीने से लिपस्टि‍क लगाने का चलन दिनोंदिन बढ़ता ही नजर आता है.

यूं तो बंद जुबां से बातें ज्यादातर आंखों ही आंखों में होती हैं, पर होठ केवल थोड़े-से हिलकर भी काफी-कुछ कह जाते हैं. अगर इनकार में भृकुटी तनी होती है, तो यह होठों से अपने आप बयां हो जाता है. इकरार वाली मुस्कुराहट को भी आकृति से पहचानना आसान है. होठ अगर अदा के साथ थोड़े-से खुले हों, तो यह प्रणय का खुलेआम आमंत्रण जैसा होता है. और तो और, प्यार पर आख‍िरी मुहर लगाने में भी होठ का ही इस्तेमाल होता है...तभी तो आश‍िक प्रेयसी से निवेदन करता है, 'होठों से छू लो तुम...'

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