हर कोई जीवन में किसी न किसी बात को लेकर या किसी रिश्ते को लेकर असुरक्षित महसूस करता ही है. पर अगर आप अपने रिश्ते को लेकर असुरक्षित महसूस कर रहे हैं तो यह पूरी तरह आपके पार्टनर की जिम्मेदारी है कि वह आपको इस चिंता से निश्चिंत कर दे.
हालांकि औरत और मर्द शायद ही कभी एक-दूसरे के असुरक्षा कारणों को समझ पाते हैं. अगर आप किसी पुरुष से पूछेंगे कि उसकी पार्टनर के ऐसा महसूस करने की क्या वजह है तो शायद ही वह आपको कभी इसके बारे में बता पाए. ज्यादातर मामलों में पुरुष कभी भी नहीं समझ पाते हैं कि उनकी पत्नी या गर्लफ्रेंड ऐसा क्यों महसूस कर रही है और वे किस तरह उसकी मदद कर सकते हैं.
पर सच्चाई यही है कि किसी भी रिश्ते में जब कोई एक भी असुरक्षा की भावना से घिरा होता है तो रिश्ते में भी कड़वाहट आना शुरू हो जाती है. महिलाओं में असुरक्षा की भावना बहुत जल्दी आ जाती है पर अगर आप उन्हें समझकर, सही समय पर उनका निवारण कर दें, तो परेशानी बड़ी होने से पहले से ही सुलझ सकती है. यहां कुछ ऐसे ही कारण दिए जा रहे हैं जिनके चलते ज्यादातर महिलाओं में असुरक्षा की भावना आ जाती है:
1. दूसरी औरत के चलते
एक औरत दूसरी औरत के प्रति बहुत अधिक सतर्क और तार्किक होती है. आपको जानकर शायद ताज्जुब हो लेकिन यह सच है कि कई बार महिलाएं अपने पार्टनर के लिए नहीं बल्कि दूसरी औरतों को दिखाने के लिए सजती-संवरती हैं. ऐसे में अगर उनके साथ वाली महिला, उनसे अधिक खूबसूरत दिख रही है तो उनमें असुरक्षा की भावना घर कर जाती है.
2. वजन के साथ ही बढ़ जाती है असुरक्षा की भावना
आज के समय में ज्यादातर महिलाओं को अपने वजन को लेकर असुरक्षा की भावना होती है. महिलाओं को अपने वजन के प्रति बहुत अधिक इनसिक्योरिटी होती है. वहीं कुछ ऐसी महिलाएं भी होती हैं जो चाहती हैं कि उनका वजन थोड़ा सा बढ़ जाए.
3. बढ़ती उम्र भी लाती है असुरक्षा की भावना
आपने लोगों को यह कहते सुना होगा कि किसी औरत से कभी भी उसकी उम्र नहीं पूछी जाती. उम्र के साथ और खूबसूरत होते जाने वाली बात ज्यादातर महिलाओं को समझ नहीं आती. वे बढ़ती उम्र को सिर्फ और सिर्फ झुर्रियों, सफेद बाल और बेडौल शरीर होने से जोड़कर देखती हैं.
4. शादी की बात भी उन्हें कर देती है इनसिक्योर
लगभग हर औरत अपने दिमाग में अपनी शादी के लिए एक उम्र तय करके रखती है. जब वह उस टार्गेट के करीब पहुंचने लगती हैं तो उन्हें असुरक्षा महसूस होना शुरू हो जाता है. उन्हें यह डर सताने लगता है कि कहीं उनका परफेक्ट मैच उनके हाथों से न निकल जाए या फिर रिश्ते में कहीं कोई परेशानी न आए.
5. ब्रेस्ट साइज को लेकर भी रहती हैं परेशान
जिस तरह पुरुषों में कुछ बातों को लेकर डर होता है उसी तरह महिलाओं में भी कुछ ऐसे ही डर होते हैं. महिलाएं अक्सर अपनी दोस्त से अपने ब्रेस्ट साइज की तुलना करती हैं और ज्यादातर समय पर अपने साइज के बारे में झूठ बोलती हैं.