वो दिन लद गए जब सेक्स के लिए मुखर होना सिर्फ मर्दों का एकाधिकार माना जाता था. अब तो महिलाएं, मर्दों से ज्यादा बुलंदी से अपनी इच्छा जाहिर करती हैं. बैंक में काम करने वाली एक महिला बताती हैं, 'मैं जब यह सुनती हूं कि मर्द की सारी मेहनत प्यार के लिए गिड़गिड़ाने में लगती है और औरत की मना करने में तो मुझे हंसी आती है.'
अपनी बात बताते हुए कहती हैं, 'मेरे मामले में तो ठीक उल्टा है. मुझे अपने पति को अपनी अदाओं से फंसाना पड़ता है ताकि वह बिस्तर पर आएं.' इस मसले पर हमने उन महिलाओं से बात की जिन्होंने यह माना कि वह सेक्स की लत की शिकार हैं. जानिए वह वजहें जिसकी वजह से महिलाएं करने लगी हैं लवमेकिंग की पहल.
कुछ करिए कुछ करिए
सेक्स के तमाम कारणों में पहले नंबर पर तो यही है कि शरीर को इस काम से फील गुड होता है. इससे आपकी शारीरिक जरूरत पूरी होती है जो एक सामान्य प्रक्रिया है. मनोवैज्ञानिक सीमा नैना कहती हैं, 'सेक्स किसी भी व्यक्ति की एक बुनियादी जरूरत है. मेरे पास ऐसी महिलाओं की संख्या बढ़ती जा रही है जिनकी शिकायत है कि उनके साथी उन्हें संतुष्ट नहीं कर पा रहे हैं.'
बढ़ता है आत्मविश्वास
अगर आपने मजेदार सेक्स किया है तो आप अच्छा महसूस करते हैं. और यह तभी होता है जब आप बराबर और कई बार बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं. एक हाउसवाइफ बताती हैं, 'जब मेरे पति दिनभर दफ्तर से थक कर आते हैं और फिर मेरे प्यार का सिलसिला शुरू होता है तो वह सबसे ज्यादा खुशी का पल होता है. मुझे यह सोचकर अच्छा लगता है कि मैं उन्हें संतुष्ट कर एक मजेदार अनुभव दे पा रही हूं. मैं अपनी बॉडी पर खास ध्यान देती हूं ताकि कभी मैं अपने पति को कम मादक न लगने लगूं इसलिए वर्कआउट भी जमकर करती हूं.'
अच्छा सेक्स यानी ज्यादा प्यार
जब दो जिस्म प्यार के नशे में करीब आते हैं तो बॉडी ऑक्सीटोसिन नाम का हॉर्मोन छोड़ती है. इसे लव हॉर्मोन भी कहते हैं. रिलेशनशिप एक्सपर्ट वंदना मित्रा कहती हैं, 'मैंने जोड़ों को हमेशा यह सलाह दी है कि सेक्स को कभी हल्के में न लें. आपके रिश्ते की टिकाऊ पारी के लिए जरूरी है कि आपकी सेक्स लाइफ शानदार हो.'
तलाश सुकून की
सेक्स सिर्फ शारीरिक मसला ही नहीं है. यह आपको आराम पहुंचाता है मानसिक शांति भी. कॉल सेंटर में काम करने वाली एक महिला बताती हैं, 'जब भी ऑफिस में मेरा दिन बुरा गुजरता है सिर्फ सेक्स से ही मुझे आराम मिल पाता है. यह मेरे दिमाग की सारी टेंशन खत्म कर देता है और मेरे अंदर गुदगुदाती सी खुशी छोड़ देता है.'
हसरत भी कसरत भी
आधे घंटे के इंटरकोर्स में 85 कैलोरी बर्न होती है. फिटनेस एक्सपर्ट स्तुती के अनुसार, 'मैं यह तो नहीं कहूंगी कि आप जिम छोड़कर बिस्तर पर ही पड़े रहो लेकिन हां, यह कारगर है. अगर आप इंटरकोर्स में बिताने वाला समय बढ़ा देते हैं तो आपकी फिटनेस बेहतर होगी. आपको यह जानकर थोड़ी हंसी भले आए लेकिन कई लोग कैलोरी बर्न करने के इस नुस्खे को बहुत गंभीरता से लेते हैं. एक लड़की बताती है, मैं सेक्स के दौरान ज्यादा एक्टिव रोल निभाती हूं ताकि मेरी कैलोरी ज्यादा खर्च हो और मेरा ब्वॉयफ्रेंड भी मेरी बेबाकी का दीवाना बना रहता है.'
जी ललचाए, रहा न जाए
एक महिला कहती हैं, 'कई बार मुझे अजीब लगता कि मैं हमेशा सेक्स के बारे में सोचती रहती हूं. मैं इस बात को याद करती रहती हूं कि कल रात मेरे साथी ने मुझे किस तरह प्यार किया. आज रात किस तरह से मैं उसे प्यार करूं.' मनोवैज्ञानिक सोनिया शर्मा कहती हैं,' यह कोई असमान्य बात नहीं है. महिलाओं में भी उतनी ही तीव्र इच्छा उठती है जैसी मर्दों में. कई बार तो ज्यादा भी. अब फर्क बस ये पड़ा है कि महिलाएं अपनी बात कहने लगी हैं. मेरे ख्याल से यह एक अच्छा बदलाव है.'