अगर आप धूम्रपान छोड़ना चाहते हैं, तो अब इसके लिए आपके पास एक और कारण यह भी है कि धूम्रपान करने वाले रोजाना अपनी एक-तिहाई याददाश्त खो बैठते हैं.
नार्थंब्रिया विश्वविद्यालय के इस अध्ययन में साथ ही यह भी स्थापित किया गया है कि धूम्रपान छोड़ देने पर उनकी याददाश्त बहाल हो जाती है और वे भी अपनी यादें उसी हद तक ताजा कर सकते हैं, जितना धूम्रपान नहीं करने वाले लोग कर सकते हैं.
दैनिक याददाश्त में उन चीजों को नहीं भूलना, जिनकी खरीदारी करनी है, लोगों और जगहों के नाम, दवा लेना याद रखना आदि शामिल है.
नवीनतम अध्ययन के लिए अनुसंधानकर्ताओं ने 18 से 25 साल की उम्र के करीब 70 लोगों की नियुक्ति की थी, जिन्हें विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित एक दौरे में हिस्सा लेना था. दौरे में हिस्सा लेने वाले लोगों से छोटे-छोटे ब्योरे पूछे गए.