फिजिकल रिलेशन होने या न होने जैसी बातें अकसर कई जोड़ों को तोड़ देती हैं. शारीरिक संबंधों से जुडे ऐसे कई मुद्दे हैं, जिनके बारे में गलत सोच या गलत जानकारी के चलते लोग आपसी रिश्ते ही खत्म कर देते हैं.
इतना ही नहीं और भी बहुत सी बातें हैं, जो दो प्यार करने वालों के बीच गहरी दरार डाल देती हैं और उन्हें जुदा कर देती हैं फिर कभी न मिल पाने के लिए. लेकिन पिछली गलतियों से सीख लेकर अपने भविष्य के साथी के साथ रिश्तों को सुधारने का मौका आप को जिंदगी जरूर देगी. अगर आप के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है, तो वक्त है अपनी भूल को सुधारने का, अपनी पुरानी गलतियों या गलत सोच को बदल देने का.
मजनू बनना ही प्यार नहीं
कोई भी लड़की आपकी ड्रीम गर्ल हो सकती है, लेकिन यह आप के विवेक और भावनाओं पर निर्भर करता है कि आप किसे अपने जीवनसाथी के रूप में चुनते हैं. किसी को देख कर आहें भरना या उसकी अनुपस्थिति में उसे याद कर खुद को परेशान करने का ही मतलब प्यार नहीं है. फिर उसे तो इस बारे में पता तक नहीं होगा. {mospagebreak}आप उस से खुलकर इस बारे में बात कर सकते हैं या किसी भी तरीके से उस के मन की बात जान सकते हैं, क्योंकि इस तरह से मन ही मन में बातों को रखने से कोई फायदा नहीं होता, सिवाय समय बर्बाद होने के. अगर कभी पहले आप यह भूल कर चुके हैं, तो अगली बार के लिए तौबा कर लें.
शादी का मतलब सरेंडर नहीं
अक्सर पुरुष मानते हैं कि शादी के बाद उन्हें व्यवहार बदलना है, एकमत होना है, जिस दुविधा में वे अकसर भटकाव की स्थिति में आ जाते हैं. जबकि महिलाएं अपने पति को भटकाव की स्थिति में देखना तक नहीं चाहती. महज एकमत होने का मतलब अच्छा पुरुष होना नहीं है. अगर इसी गलत सोच के चलते आप पहले किसी रिश्ते से हाथ धो बैठें हैं, तो इस बार चौकस हो जाइए. महिलाएं पौरुष को पसंद करती हैं, लेकिन ध्यान रहे कि यह भी बस एक मान्यता या सोच भर है. हां, जब आप पति बन जाते हैं, तो आपके व्यवहार में उस तरह का बदलाव जरूरी है, जिसकी अपेक्षा आप का साथी आपसे रखता है.{mospagebreak}
खुद को रखें सामान्य
पिछले रिश्तों के दौरान आपके भीतर जितना भी गुमान रहा हो, इस बार के लिए उस से तौबा कर लें. अपने इगो से आपको खुद ही लडना होगा. शादी होने का एक सबसे बड़ा फायदा यही होता है कि परेशानियों से निकलने या खुद की कमियों पर काबू पाने के लिए एक पार्टनर मिल जाता है. खुद को एक सरीखे बनाए रखना सही नहीं है, जब आप किसी रिश्ते में ढलते हैं, तो सामान्य रहें.
संपूर्णता की उम्मीद न करें
कई बार पुरुष अपनी शादी को टाल जाते हैं या ताने दे देते हैं कि उनकी पत्नी परफैक्ट नहीं है, लेकिन अगर वह दिखने में अच्छी है, समझदार है, मजाकिया है, तो जीवन बिताने के लिए काफी है. साथ ही परफैक्ट तो कोई भी नहीं होता. हो सकता है कि आप भी अपने पार्टनर के सपनों के फ्रेम में फिट न बैठते हों, इसलिए खुद को संयम में रखें और अपने साथी के साथ जीवन का पूरा लुत्फ उठाएं.