हाई हील्स पहनकर अदा से चलने वाली लड़कियां और महिलाएं यह जान लें कि जमीन से तीन-चार या पांच इंच ऊंचे चलना सेहत और शरीर पर भारी पड़ सकता है. फिटनेस विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार हाई हिल्स पहनने वालों का फिगर खराब हो जाता है और अगर समय रहते इस ओर ध्यान न दिया जाए तो इस शारीरिक विकार को ठीक करना मुमकिन नहीं रह जाता.
फिटनेस के क्षेत्र में एशिया में स्वर्ण पदक जीत चुके जिम ट्रेनर जगजीत सिंह ने बताया, ‘हाई हिल्स सिर्फ देखने में ही सुन्दर होते हैं, इन्हें पहनने वालों को इन्हें पहनने से कई बार भारी तकलीफ होती है, लेकिन फैशन की मारी दुनिया इस बारे में कम ही सोचती है.’ सिंह ने बताया कि लगातार एड़ी ऊंची रहने से कूल्हे बाहर की ओर निकल आते हैं और कमर चौड़ी हो जाती है. शरीर का पूरा वजन पंजों पर पड़ने के कारण टांगों की मांसपेशियां फूल जाती हैं और चाल बिगड़ जाती है.
मेट्रो अस्पताल में फिजियोथेरेपी विभाग के प्रमुख डॉक्टर दिनेश समुझ का कहना है, ‘हाई हिल्स से सेहत पर बुरा असर पड़ता है. पैरों की ऊंगलियां, कफ मसल्स, घुटने और कमर में दर्द होने लगता है. लगातार हाई हील पहनने से रीढ़ की हड्डियों में खिंचाव और दर्द की शिकायत होने लगती है.’
डॉक्टर समुझ कहते हैं, ‘इन तमाम परेशानियों से बचने का सबसे सरल उपाय है कि हाई हील्स पहनने से बचें. हालांकि हाई हील्स हमेशा से लड़कियों की चाहत रही है इसलिए अगर इसे पहनना छोड़ न पाएं तो कम जरूर कर दें. बहुत से लोग कार्यालय अथवा बाजार आदि में भी हाई हील्स पहने दिखाई देते हैं, जो सेहत के लिए नुकसानदेह है. अगर जरूरी हो तो किसी समारोह आदि में कम से कम समय के लिए हील पहनें.’
उन्होंने कहा, ‘फैशन, सौंदर्य, विमान सेवा और ऐसे ही अन्य क्षेत्रों से जुड़े लोगों के लिए हाई हील पहनना मजबूरी भी होता है. ऐसे लोग काम के दौरान कुछ देर अपने जूते चप्पल उतारकर पैरों को आराम दें. ज्यादा देर तक हाई हिल्स पहनें तो उन्हें उतारने के बाद पैरों को कम से कम 30 मिनट के लिए नमक वाले गुनगुने पानी में डुबा कर रखें. इससे पैरों को आराम मिलेगा.’
डा. समुझ ने कहा, ‘पैरों को नमक वाले गुनगुने पानी में डुबाने से हील्स पहनने के कारण होने वाला दर्द तुरंत चला जाता है और पैरों की नसों को आराम मिलता है.’