अगली बार अगर आप फल-सब्जी खरीदने जाएं, तो चटख से चटख रंग की सब्जी और फल खरीदें. कृषि वैज्ञानिकों का कहना है जो फल एवं सब्जी प्राकृतिक रूप से जितना रंगीन होते हैं, वे उतने ही अधिक स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक होते हैं.
चेहरा पहचानें, जीतें ईनाम. भाग लेने के लिए क्लिक करें |
फलों का रंग उसमें मौजूदा विटामिन और स्वास्थ्यवर्धक तत्वों की जानकारी देता है. रंगीन फल या सब्जियों में बीटा-कैरोटीन, वीटामिन बी समेत विभिन्न पोषक तत्व अधिक मात्रा में पाए जाते हैं. भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) के फल एवं बागवानी विभाग के प्रमुख आनंद कुमार सिंह ने कहा, ‘‘जो फल जितना रंगीन होगा, वह उतना ही स्वास्थ्यवर्धक होगा. रंगीन फल बताता है कि उसमें बीटा-कैरोटीन, विटामिन बी, विटामिन सी एवं अन्य पोषक तत्व अधिक मात्रा में है.’’
बीटा-कैरोटीन को विटामिन ए के रूप में भी जाना जाता है. आमतौर पर यह स्तन एवं गर्भाशय कैंसर, हृदय संबंधी बीमारियों, मोतियाबिंद, तनाव, अर्थराइटिस जैसी बीमारियों के उपाचार में मददगार है. यह फल, सब्जी एवं अनाज में पाया जाता है.
जो हरे रंग के फल हैं, उनमें भी बीटा-कैरोटिन या अन्य पोषक तत्व पाये जाते हैं, पर रंगीन फलों की तुलना में उनमें विटामिन कम होते हैं.
आनंद कुमार सिंह ने कहा, ‘‘सभी फलों एवं सब्जी में पोषक तत्व होते हैं, चाहे वह हरा हो या फिर किसी और रंग का. लेकिन रंगीन फलों की तुलना में उनमें विटामिन कम होते हैं.’’