हर स्त्री के लिए शादी का मतलब एक नए जीवन की शुरुआत से है. अपने नए जीवन मे प्रवेश करने से पहले मन आशंकाओं से घिरा रहता है. अगर-मगर जैसे सवाल आपको बेचैन कर देते हैं. लेकिन घबराइए मत. दिल्ली की न्यूरोसाइकाइट्री क्लीनिक में मैरिज काउंसलर डॉ. अनू गोयल यहां आपको दे रही हैं कुछ खास टिप्स. शादी के बंधन में बंधन से पहले यह टिप्स आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकती हैं.
आप जैसी हैं वैसी रहें
आप रातों-रात नहीं बदल सकती हैं. इसलिए एक अच्छी पत्नी और बहू बनने के लिए ज्यादा हाथ-पैर न मारें. इस तथ्य को स्वीकारें कि किसी नए घर-परिवार और वहां के परिवेश के मुताबिक ढलने में आपको समय लगेगा.
ज्याद उम्मीदें न पालें
जो महिलाएं यह समझती हैं कि शादी के तुरंत बाद उनके पति शराब और सिगरेट पीना छोड़ देंगे तो यह एक बहुत बड़ी गलतफहमी है. अगर आप ऐसी उम्मीद रखती हैं तो आपके हाथ सिर्फ निराशा ही लगेगी. किसी भी इंसान को बदलने में समय लगता है. ऐसे में अपनी उम्मीदों का दायरा सीमित रखें. किसी भी इंसान को बदल देना आसान काम नहीं है.{mospagebreak} शादी के बाद हवा हो जाता है प्यार
यह बात कड़वी लेकिन सच्ची है. शादी के कुछ समय बाद प्यार धीरे-धीरे कम होने लगता है. दरअसल, आप पति और उनके परिवार के साथ तालमेल बैठाने की कोशिश करती रहती हैं. इस दौरान आपको सबकुछ बहुत मुशकिल लगने लगता है, जिससे वो सारी रुमानी बातें बेमानी लगने लगती हैं, जिनके बारे में आप शादी से पहले सोचा करती थीं. आपको इन सब बातों के लिए मानसिक रूप से तैयार रहना चाहिए. जिंदगी वैसी नहीं है, जैसी आपको बॉलीवुड फिल्मों में दिखाई देती है. लेकिन निराश होने की जरूरत नहीं है. अगर आप समझदारी से काम लेंगी तो मुश्किलों से आसानी से पार पा जाएंगी और उसके बदले आपको मिलेगा ढेर सारा प्यार.
अपने साथी को जानें
अपने साथी के अच्छे और बुरे गुणों को ज्यादा से ज्यादा जानने की कोशिश करें. जो अरेंज्ड मैरिज करने जा रहे हैं उन्हें शादी के बंधन में बंधने से पहले अपने मंगेतर के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताना चाहिए.{mospagebreak} कैसे निभाएं सास-ससुर से
अपने सास-ससुर के बारे में नकारात्मक बातें न करें. अगर आपको उनसे कोई परेशानी है तो अपने स्तर पर उन्हें सुलझाने की कोशिशें करें. अगर आपको इस तरह की कोई भी बात अपने पति को बतानी है तो समझदारी और चतुराई से काम लें.
अपने तक रखें बातें
अगर आपको या आपके मंगेतर को कोई परेशानी है तो इसे अपने तक ही सीमित रखें. परिवार के लोगों के साथ इस बारे में कोई चर्चा न करें. कुछ बातें राज़ ही बनी रहें तो अच्छा है. अगर वाकय में मदद की जरूरत है तो आपको मैरिज काउंसल से संपर्क करना चाहिए.
रखें औरों की पंसद का भी खयाल
अगर आप शादी की शॉपिंग के लिए अपने ससुरालवालों के साथ कहीं बाहर जाती हैं तो उनकी पंसद की चीज़ों को भी तरजीह दें. अपनी पसंद जाहिर करने में कोई हर्ज नहीं, लेकिन कुछ चीजें दूसरे की पसंद से खरीदने में कोई बुराई नहीं है. इससे आपके होने वाले परिवार को भी खुशी मिलेगी.