संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि समलैंगिकों, बाइसेक्सुअलों (आदमी और औरत दोनों के साथ यौन संबंध बनाने वाला) और ट्रांसजेंडरों (किन्नर या वैसे स्त्री-पुरुष, जिन्होंने अपना लिंग बदलवा लिया हो) के खिलाफ नफरत और घृणा जैसे अपराधों में बढ़ोतरी हो रही है.
मानवाधिकार मामलों के संयुक्त राष्ट्र की उच्चायुक्त नवी पिल्लै ने अपने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘आखिरकार, समलैंगिकों और ट्रांसजेंडरों के खिलाफ नफरत और घृणा का मामला लैंगिक विभेद, स्त्री द्वेष और जातीयता से अलग नहीं है. सरकारें लैंगिक विभेद, स्त्री द्वेष और जातीयता की समान रूप से भर्त्सना करती हैं, लेकिन समलैंगिकों और ट्रांसजेंडरों के खिलाफ होनेवाली नफरत और घृणा पर ध्यान नहीं दिया जाता.’’
पिल्लै ने कहा कि अधिकारिक आंकड़ों के अनुसार अमेरिका में सिर्फ समलैंगिकों के खिलाफ नफरत जैसे अपराधों की मात्रा और सभी के मुकाबले सबसे ज्यादा 20 प्रतिशत है. कुछ सालों पहले तक यह 15 प्रतिशत के आसपास था. ब्राजील में इन अपराधों के कारण 250 से ज्यादा लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है.