हो सकता है कि आपका साथी काम के बोझ के चलते आपको समय नहीं दे पाता हो. या फिर आपकी नीजि जिंदगी में कुछ ऐसी परेशानियां आई हों कि आप दोनों के बीच न चाहते हुए भी दूरियों ने पैर जमा लिए हों, तो परेशान न हों और न ही रिश्ते को खत्म करने की बात सोचें. राहें अभी खत्म नहीं हुई हैं. आप चाहें तो इस परेशानी से निजात पा सकती हैं. जरूतर है तो इस बात की कि आप लें जरा समझदारी से काम. वह आपके पीछे दिवानों की तरह ठीक वैसे ही घूम सकते हैं, जैसे कभी पहले रहा करते थे. और करना क्या है यह हम आपको बताएंगे. आपको रखना है बस कुछ खास बातों का ध्यान.
बताएं उनके मायने
उन्हें यह बात बताएं कि वह आपके लिए कितने मायने रखते हैं. अकसर पुरुष अपने मन की बातों को कह देते हैं, तो कुछ पुरुष मन की बातों को भीतर ही रखते हैं. इसलिए वह अपनी बातें आपको बता दें, तो यह जरूरी हो जाता है कि आप उनके मन में यह बात बैठाएं कि वह आपके लिए वाकई बहुत अहमियत रखते हैं. {mospagebreak}
अपनी भावनाओं को व्यक्त करें
जहां पुरुष मन की बात को मन में रखते हैं, वहीं महिलाएं अकसर यह गलती करती हैं कि वे अपनी भावनाओं को व्यक्त ही नहीं करती. ऐसे में कम्यूनिकेशन की कमी के चलते गलतफहमियां पैदा हो जाती हैं. इसलिए जरूरी है कि आप भी उनके सामने अपनी भावनाओं को व्यक्त करें. हमेशा बोलने के बजाए उनसे कहें कि उन्हें सुनना आपको बहुत भाता है. इस तरह से उनके साथ सहज बातचीत करें. चाहें तो बिस्तर के पलों की बातें भी छेड़ सकती हैं. इससे वह रोमांटिक होकर आपके करीब आने में देर नहीं लगाएंगे.
उन्हें बताएं उनकी खूबियां
आप साथ साथ रहते हैं, तो जाहिर सी बात है कि जरूरत पड़ने पर एकदूसरे की मदद भी करते ही होंगे. अकसर जोड़ों में यह बात देखने को आती है कि वह अपने साथी की मदद को एक सहज बात मान लेते हैं और उसे इसके लिए शुक्रिया तक नहीं कहते. माना कि यह उनका फर्ज है, लेकिन उनको अपने करीब रखने के लिए उन्हें बताएं कि उनकी वह मदद आपके लिए किस तरह से कारगर रही. साथ ही उन्हें यह भी बताएं कि उनकी मदद के बिना आपका काम होने में कितनी कठिनाई होती. इतना ही नहीं उन्हें उनकी दूसरी खूबियों के लिए भी सराहती रहें. फिर देखें कमाल किस तरह वह होते हैं आपके कायल.