अधिक आईक्यू वाली बुद्धिजीवी वर्ग में शामिल महिलाओं के मादक पदार्थों का सेवन करने की अधिक संभावना रहती है. एक नया शोध कहता है कि इस प्रकार की महिलाएं कोकीन जैसे गैर कानूनी मादक पदार्थों के सेवन के प्रति झुकाव रखती हैं.
शोधकर्ताओं का कहना है कि बुद्धिमान महिलाएं सोचती हैं कि वे नए अनुभवों को हासिल करना चाहती हैं और उन्हें एकाध बार मादक पदार्थों का सेवन करने में कोई खतरा नहीं दिखता.
कार्डिफ यूनिवर्सिटी में डा. जेम्स और उनके सहकर्मियों की टीम ने पाया कि जिन महिलाओं का आईक्यू स्तर औसत से अधिक होता है वे 30 की उम्र के आसपास पहुंचने पर प्रतिबंधित मादक पदार्थों का सेवन करने का खतरा उठाती हैं.
शोधकर्ताओं ने 1970 में पैदा हुए आठ हजार लोगों के रिकार्ड का अध्ययन किया. ये वे लोग थे जिनकी पांच और दस साल की उम्र में आईक्यू जांच की गयी थी. इनसे यह भी सवाल पूछा गया था कि क्या उन्होंने 16 साल और फिर 30 साल का होने पर मादक पदार्थों का सेवन किया था.
जर्नल आफ एपीडिमोलोजी एंड कम्युनिटी हेल्थ में प्रकाशित शोध रिपोर्ट कहती है कि औसत से अधिक आईक्यू यानी 107-150 के स्तर की आईक्यू रखने वाली 30 साल की महिलाओं ने 95 की औसत आईक्यू वाली महिलाओं के मुकाबले दो बार मादक पदार्थों के सेवन का खतरा उठाया. आईक्यू का औसत स्तर 100 माना जाता है.
अधिक आईक्यू स्तर वाले पुरूषों में मादक पदार्थों का सेवन करने की संभावना 50 फीसदी अधिक पायी गयी.